चंचल चौबे बीजेपी युवा मोर्चा का तेजी से उभरता हुआ नेता था. उसकी लोकप्रियता भी बढ़ रही थी. उसकी ख्वाहिश थी कि वह एक लाइसेंसी असलहा हासिल कर ले और जब सड़क पर निकले तो उसके आगे पीछे सरकारी गनर चले.
उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) युवा मोर्चा के जिला महामंत्री ने चर्चित होने के लिए ऐसा षड्यंत्र रचा जिसको सुलझाने के लिए एसपी से लेकर कोतवाल 10 दिन तक परेशान रहे. आखिरकार पुलिस मामले की तह तक पहुंच ही गई. राज खुलने के बाद बीजेपी नेता और उसके चार साथियों को जेल भेज दिया गया.
नगर पालिका क्षेत्र के पंतनगर निवासी शिवभूषण उर्फ चंचल चौबे बीजेपी युवा मोर्चा का तेजी से उभरता हुआ नेता था. उसकी लोकप्रियता भी बढ़ रही थी. उसकी ख्वाहिश थी कि वह एक लाइसेंसी असलहा हासिल कर ले और जब सड़क पर निकले तो उसके आगे पीछे सरकारी गनर चले. पर इसमें कानूनी रोड़ा देख उसने खतरनाक साजिश रची, जिसमें कोतवाली पुलिस 10 दिन तक उलझी रही.
करीब 10 दिन पहले भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा का जिला मंत्री चंचल चौबे अपने मित्र मोनू कश्यप के साथ शहर के एक स्वीट हाउस में पहुंचा था और आइसक्रीम का ऑर्डर दिया. इसी दौरान उसके बुलाए हुए दो शूटर रविशंकर पांडेय, भोलू सिंह उर्फ सुरेंद्र सिंह ताबड़तोड़ गोली चलाकर फरार हो गए.
पुलिस की जांच आगे बढ़ी तो जांच के दौरान पता चला कि घटना के दिन आरोपी चंचल चौबे और गोली चलाने वाले हमलावर एक जगह साथ निकलते हुए सीसीटीवी में दिख रहे हैं. पुलिस को सीसीटीवी फुटेज भी बरामद हुई. पुलिस की जांच और आगे बढ़ी तो पुलिस के शिकंजे से आरोपी बच नहीं पाए. पुलिस ने चंचल चौबे के दोस्त और दो शूटर को तमंचे के साथ गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने पिस्टल सप्लायर अरुण तिवारी को भी गिरफ्तार कर लिया.
ये है मामला
महराजंगज जनपद के कोतवाली थाना क्षेत्र में 2 अगस्त को एक मिठाई की दुकान पर दो राउंड गोलियां चली. अपने ऊपर जानलेवा हमला किए जाने की बात कह युवा बीजेपी नेता शिवभूषण चौबे उर्फ चंचल चौबे ने पुलिस अधिकारियों और मीडिया को घटना की जानकारी दी. अपने रसूख और ख्याति को लेकर अपने ऊपर हमला कराने वाला बीजेपी नेता महराजगंज में अच्छी पैठ बनाए हुए था.
उसकी एक कारगुजारी ने उसे सीधे हवालात पहुंचा दिया. जनपद में ट्रांसफर और पोस्टिंग के कई ऐसे किस्से चंचल चौबे के नाम जुड़े हैं, जिसमें हर अच्छे और बुरे काम का सीधे क्रेडिट लेना चंचल चौबे की खासियत थी. यही वजह है कि समाज के एक बड़े तबके पर चंचल चौबे की निगाह रहती थी, इसी का लाभ लेकर चंचल चौबे ने अपने ऊपर शहर के प्रतिष्ठित स्वीट हाउस पर फायरिंग कराई. घटना के दिन सत्ता पक्ष के सदर विधायक जय मंगल कनौजिया और सिसवा के बीजेपी विधायक प्रेम सागर पटेल और बीजेपी जिला अध्यक्ष अरुण शुक्ल आ धमके.
कार्रवाई के लिए वह पुलिस पर दबाव बनाने लगे. इस घटना का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी संज्ञान लिया. पुलिस को आदेश दिया कि जल्द से जल्द इसका खुलासा किया जाए. बीजेपी के जिला मंत्री ने इस पर अपना पक्ष रखा और कहा कि पार्टी में जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी. आरोप सही हैं तो पार्टी से निष्काषित किया जाएगा.