पनकी इंस्पेक्टर ने मुझे जूतों से मारा। मेरे गाल पर आज भी इसके निशान हैं। उसने ब्राह्मण समाज को भद्दी-भद्दी गालियां दीं। मैं 25 दिन लगातार परेशान रहा। जब कहीं सुनवाई नहीं हुई, तो सोशल मीडिया पर अपना दर्द बयां किया। फिर सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष ने इसे ट्वीट किया। तब डीसीपी ने कहा कि मामले की जांच चल रही है।
यूपी में ब्राह्मण होना गुनाह है क्या? 4 माह से थाना अध्यक्ष मुझे धमकी दे रहा है। कहा रहा है कि मेरी जिंदगी खराब कर देगा। हिस्ट्रीशीट बना देगा। लखनऊ में अखिलेश यादव के सामने ये बातें कहते हुए कानपुर के सत्यम त्रिवेदी रोने लगे।
अखिलेश की प्रेस कॉन्फ्रेंस में सत्यम ने कहा- मैं थाने से लेकर अफसरों के यहां तक गया, मगर कोई सुनवाई नहीं हुई। उल्टा थाना प्रभारी ने मेरे खिलाफ ही जान से मारने की धमकी देने का केस दर्ज कर दिया। सपा प्रमुख ने सत्यम को चुप कराया और न्याय का भरोसा दिलाया।
पढ़िए पूरा मामला
सपा युवजन सभा के अध्यक्ष अर्पित त्रिवेदी सोमवार को पनकी रतनपुर निवासी सत्यम त्रिवेदी को लेकर लखनऊ सपा कार्यालय पहुंचे। यहां प्रेस कॉन्फ्रेंस में अखिलेश यादव ने सत्यम को अपने पास बुलाया। फिर मीडिया के सामने सत्यम त्रिवेदी ने अपना दर्द बयां किया। वह बोले- 25 अप्रैल को मेरा पड़ोसी से पानी की नाली को लेकर विवाद हो गया। मैं शिकायत करने पनकी थाने पहुंचा। दूसरे पक्ष को भी पुलिस ने बुला लिया।
आरोप लगाया कि पनकी इंस्पेक्टर मानवेंद्र सिंह ने एक पक्ष को कुर्सी पर बिठाया। जबकि मुझे जमीन पर बैठाया। फिर मेरे चेहरे पर जूते मारे। मुझे और ब्राह्मण समाज को गालियां दीं। अखिलेश ने रो रहे सत्यम को चुप कराया।
अखिलेश ने कहा- अत्याचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा
अखिलेश यादव ने कहा- अगर जनता को न्याय दिलाने वाली संस्था ही अन्याय करने लगेगी, तो प्रदेश में अराजकता का माहौल बनेगा। सत्यम त्रिवेदी जैसे युवाओं के साथ हुए अत्याचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। पुलिस सुधार की बातें केवल कागजों तक सीमित हैं। थानों में आज भी गरीब, पीड़ित और कमजोर वर्ग के लोग न्याय के बजाय अपमान झेलते हैं। सत्यम का मामला इसका उदाहरण है।
अखिलेश ने X पर पोस्ट किया था
सत्यम 23 अगस्त को मीडिया के सामने आया। उसने वीडियो बनाकर भी अपना दर्द बयां किया। 23 अगस्त को अखिलेश ने सत्यम की मीडिया को दी हुई बाइट को X पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा- सत्ता सजातीय की दबंगई का शिकार, हो रहा है एक खास समाज। क्योंकि हाता नहीं भाता।
अब सत्यम का पड़ोसी से विवाद पढ़िए…
पनकी रतनपुर निवासी सत्यम त्रिवेदी ने बताया- मेरे पड़ोसी आशीष गुप्ता नाली में कूड़ा फेंकते हैं। जिससे नाली में जल भराव की समस्या हो जाती है। मैंने नाली में कूड़ा फेंकने का विरोध किया। मगर वह नहीं माना। 25 अप्रैल को फिर मैंने नाली में कूड़ा डालने से मना किया। जिस पर पड़ोसी से मेरा विवाद हो गया।
इसके बाद मैंने मामले की जानकारी डॉयल 112 पर दी। इसके कुछ समय बाद पुलिस मुझे थाने ले गई। जहां पर मारपीट की गई। इस पिटाई के बाद मेरे मन में आत्महत्या के विचार आने लगे थे। मैंने 15 मई को डीसीपी वेस्ट दिनेश चंद्र त्रिपाठी से शिकायत की। फिर 16 मई को सीएम पोर्टल पर शिकायत की। मगर कार्रवाई नहीं हुई।
इंस्पेक्टर बोला- तुम्हारी हिस्ट्रीशीट भी दाखिल करेंगे
इसके बाद मैंने 21 मई को ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आशुतोष कुमार, 29 और 31 जुलाई को डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक को ई-मेल भेजा। 16 अगस्त को सीएम के ओएसडी संजय प्रसाद को ई-मेल कर शिकायत की। मगर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
पुलिस कमिश्नर को लिखे पत्र में सत्यम ने आरोप लगाया कि इंस्पेक्टर ने मुझे धमकी दी, तुम्हारा करियर खराब तो करेंगे ही। साथ ही तुम्हारी हिस्ट्रीशीट भी दाखिल करेंगे। तुम्हारी और तुम्हारे घरवालों की जिंदगी बर्बाद कर देंगे।
सत्यम ने बताया कि कार्रवाई न हाेने पर वह राष्ट्रीय सवर्ण परिषद के अवध प्रांत प्रचारक सचिन तिवारी की अगुवाई में 22 अगस्त को पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार के कार्यालय में प्रदर्शन किया गया था।