आजम खान ने पत्नी-बेटी के साथ फोटो खिंचवाई:भीड़ इतनी कि घर के बाहर रुके नहीं, रातभर गेट पर बैठे रहे अमरोहा के समर्थक

23 महीने जेल में रहने के बाद आजम खान मंगलवार को घर पहुंचे। यहां पत्नी तंजीम फातिमा और बच्चों से मुलाकात की। गले लगाया। उनके साथ फोटो खिंचवाई। आजम के आने की बात पता चलते ही घर के बाहर 8 से 10 हजार लोग जुट गए थे।

जैसे ही उनका काफिला सीतापुर से रामपुर पहुंचा। समर्थक उनसे मिलने के लिए टूट पड़े। इतनी भीड़ देखकर वह सिर्फ 3 मिनट तक ही बाहर रुके और हाथ हिलाते हुए घर के अंदर चले गए। इसके बाद शाम 6 बजे भी महज 30 सेकेंड के लिए बाहर निकले। लेकिन तब भी लोग मौजूद थे। भीड़ को देखते हुए फिर अंदर चले गए।

इधर, आजम से मुलाकात न होने पर अमरोहा के समर्थक उनके घर के बाहर रातभर धरने पर बैठे रहे। उनका कहना था कि आजम खान से बिना मिले नहीं जाएंगे।

आजम मंगलवार को सीतापुर जेल से बाहर आए। दोनों बेटों अदीब और अब्दुल्ला ने उन्हें रिसीव किया। 100 गाड़ियों के काफिले के साथ रामपुर पहुंचे। उन्हें 6 दिन पहले बार पर जबरन कब्जे मामले में हाईकोर्ट ने जमानत दी थी।

जेल से 12:20 बजे रिहाई, 100 कारों का काफिला

इससे पहले, मंगलवार को 12:20 बजे आजम खान सीतापुर जेल से बाहर आए। उनके स्वागत में दोनों बेटों के साथ सैकड़ों कार्यकर्ता और 100 कारों का काफिला बाहर स्वागत को खड़ा था।

काफिला सड़क रास्ते से शाम 5:30 बजे रामपुर पहुंचा। रामपुर में हजारों लोगों ने आजम का स्वागत किया। 3 जगहों पर आजम ने कार रुकवाई और कार्यकर्ताओं से मिले। हालांकि, भीड़ इतनी थी कि कार से निकलना भी मुश्किल था।

इसी दौरान थाना मिलक क्षेत्र में काफिले को लेकर सीओ रामवीर सिंह परिहार से आजम खान की बहस हो गई। आजम ने काफिला रोकने पर नाराजगी जताई, जबकि पुलिस अधिकारियों का कहना था कि यह सब यातायात व्यवस्था बनाए रखने के लिए किया गया।

शाम 5:51 बजे अपने घर टंकी नंबर 5 पर पहुंचे। घर के बाहर समर्थकों ने जाम लगा रखा था। आजम की कार पहुंचते ही कार्यकर्ताओं ने नारे लगाने शुरू कर दिए। आजम ने कार से उतरकर कार्यकर्ताओं को शांत कराया।

सपा सांसद नहीं मिले, बोले- बाद में बात करूंगा

आजम से मिलने के लिए उनके पुराने दोस्त और चमरउवा विधायक नसीर अहमद खान शाम 7 बजे आवास पर पहुंचे। उन्हें आजम का हालचाल जाना। हालांकि, सपा सांसद मोहिबुल्लाह नदवी मिलने नहीं आए। उन्होंने कहा- मैं अभी मुंबई से वापस दिल्ली पहुंचा हूं। इस बारे में बाद में बात करूंगा।

5 दिन पहले ही मिल गई थी जमानत

आजम खान को 5 दिन पहले हाईकोर्ट ने दी थी। बीयर बार पर कब्जे से जुड़ा यह आखिरी मामला था, जिसमें उन्हें जमानत मिली। हालांकि, जमानत मिलते ही पुलिस ने शत्रु संपत्ति मामले में नई धाराएं जोड़ दीं। 20 सितंबर को रामपुर कोर्ट ने ये धाराएं खारिज कर दीं, जिससे रिहाई का रास्ता साफ हो गया।

आजम के खिलाफ 104 मुकदमे दर्ज हैं। इसमें अकेले रामपुर में 93 मामले दर्ज हैं। 12 मुकदमों में फैसला आ चुका है। कुछ में सजा हुई है और कुछ में वे बरी हो गए हैं। सभी मामलों में उन्हें जमानत मिल चुकी है।

2022 में भड़काऊ भाषण देने के एक मामले में अदालत ने दो साल की सजा सुनाई थी। इसके बाद आजम की विधायकी चली गई थी।

आजम फरवरी, 2020 में गिरफ्तारी के बाद सबसे पहले रामपुर जेल भेजे गए थे। वहां से उन्हें सुरक्षा कारणों से सीतापुर जेल में शिफ्ट कर दिया गया था। मई, 2022 में आजम खान जेल से जमानत पर बाहर आ गए।

इसके बाद एक मामले में सजा होने के बाद 18 अक्टूबर, 2023 को आजम खान ने सरेंडर कर दिया था। इसके बाद उन्हें पहले रामपुर जेल भेजा गया, फिर सीतापुर जेल शिफ्ट कर दिया गया था।

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