एपल का मार्केट कैप पहली बार 4 ट्रिलियन डॉलर यानी 353 लाख करोड़ रुपए के पार पहुंच गया है। यह आंकड़ा भारत की GDP के बराबर है। IMF के मुताबिक भारत की GDP अभी 4.13 ट्रिलियन डॉलर यानी 364 लाख करोड़ रुपए है।
एनवीडिया और माइक्रोसॉफ्ट के बाद एपल तीसरी कंपनी है, जिसने यह आंकड़ा पार किया है। एनवीडिया 4.71 ट्रिलियन डॉलर (415 लाख करोड़ रुपए) की मार्केट वैल्यू के साथ दुनिया की सबसे वैल्यूएबल कंपनी है। माइक्रोसॉफ्ट दुनिया की दूसरी सबसे वैल्यूएबल कंपनी है। इसका मार्केट कैप 4.06 ट्रिलियन डॉलर यानी 358 लाख करोड़ रुपए है।
आईफोन-17 की लॉन्चिंग के बाद एपल का शेयर 15% चढ़ा
28 अक्टूबर को एपल का शेयर कारोबार के दौरान 269.87 डॉलर के अपने डे हाई पर पहुंच गया था। जिसके चलते कंपनी का मार्केट कैप बढ़कर पहली बार 4 ट्रिलियन डॉलर के पार पहुंच गया। अभी कंपनी का शेयर 0.11% की गिरावट के साथ 268.51 डॉलर यानी 23,698 रुपए पर कारोबार कर रहा है।
9 सितंबर को लॉन्च हुई आईफोन-17 सीरीज की वजह से एपल की मार्केट वैल्यूएशन बढ़ी है। आईफोन-17 सीरीज की लॉन्चिंग के बाद से अब तक एपल का शेयर 15% चढ़ा है। तब कंपनी का शेयर 234 डॉलर यानी 20,653 रुपए पर था। इस साल की शुरुआत में कंपनी का शेयर नेगेटिव था, लेकिन अब पॉजिटिव हो गया है।
आईफोन 17 की सेल पिछले मॉडल से 14% ज्यादा रही
काउंटरपॉइंट रिसर्च के डेटा के मुताबिक, अमेरिका और चीन में आईफोन 17 की सेल पिछले मॉडल से 14% ज्यादा रही। एवरकोर ISI जैसे ब्रोकरेज को लगता है कि सितंबर तिमाही के नतीजे उम्मीद से बेहतर आएंगे और दिसंबर का फोरकास्ट भी बेहतर होगा।
एपल का शेयर AI की वजह से दबाव में था
रिपोर्ट्स के मुताबिक, एपल AI रेस में थोड़ा स्लो है, जिससे शेयर पर दबाव था। एपल इंटेलिजेंस सूट और ChatGPT इंटीग्रेशन तो आया, लेकिन सिरी का AI अपग्रेड अगले साल तक टल गया। कई सीनियर AI एग्जीक्यूटिव्स मेटा चले गए। कंपनी अल्फाबेट के जेमिनी, एंथ्रोपिक और ओपन AI से पार्टनरशिप की बात कर रही है।
जैकारेली ने कहा, ‘AI स्ट्रैटजी साफ नहीं है, ये स्टॉक पर बोझ है। अगर कंज्यूमर्स को एक्साइट करने वाला AI फीचर ला दें, तो कंपनी का पूरा गेम बदल जाएगा।’ अप्रैल-जून तिमाही में एपल ने सालों का बेस्ट रिजल्ट दिया। कंपनी ने सभी सेगमेंट में डबल-डिजिट ग्रोथ हासिल की है। 30 अक्टूबर को चौथी तिमाही के नतीजे आने वाले हैं।