करनाल जिले में असंध के अरड़ाना गांव के ब्लाइंड मर्डर में पुलिस ने शुक्रवार को प्रोडक्शन वारंट पर पांचवें आरोपी मनीष को भी गिरफ्तार कर लिया है। मतलोड़ा की गायत्री कालोनी का रहने वाला मनीष वह आरोपी है, जिसने प्रदीप के साथ मिलकर चादर से कर्मवीर का गला घोंटने का काम किया था।
पुलिस ने पहले पकड़े चारों आरोपियों को वीरवार को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया, जिनसे चादर व मोबाइल फोन की रिकवरी की गई है, वहीं अब मनीष को गिरफ्तार किया और शुक्रवार को कोर्ट में पेश कर 22 दिसंबर तक रिमांड पर लिया है। अब इससे पुलिस रिमांड के दौरान गहनता से पूछताछ करेगी, ताकि कोई ओर अन्य कड़ी हो तो वह भी जुड़ सके।
प्रदीप-पूनम के साथ घर बसाना चाहता था
सीआईए असंध के इंचार्ज सलिंद्र सिंह ने खुलासा किया है कि चारों आरोपियों से रिमांड के दौरान गहनता से पूछताछ की गई थी। जिसमें आरोपियों ने यह खुलासा किया कि प्रदीप पूनम के साथ घर बसाना चाहता था, लेकिन वह कर्मवीर के रहते ऐसा नहीं कर सकता था, इसलिए उन्होंने उसे रास्ते से हटाने की प्लानिंग बनाई और उसकी हत्या कर दी।
हत्या में पूनम, रोशनी, मोहित और मनीष भी शामिल थे। मनीष कोई ओर नहीं बल्कि आरोपी प्रदीप की बुआ का लड़का है और यह करनाल के ही एक लूट के मामले में करनाल जेल में बंद था, जिसको प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया गया है।
बीमारी की वजह से मौत, पोस्टमॉर्टम हुआ
घटना 12 दिसंबर 2024 की है। असंध पुलिस को गांव अरड़ाना में कर्मवीर की मौत की सूचना मिली। जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची। मृतक कर्मवीर की पत्नी पूनम ने पुलिस को बताया कि उसका पति बीमार था और जिसकी वजह से उसकी माैत हो गई। जिसके बाद पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम करवाया और धारा 174 के तहत कार्रवाई करते हुए शव परिजनों को सौंप दिया और बिसरा मधुबन लैब में भेज दिया था।
पोस्टमॉर्टम के बाद शव का दाह संस्कार करवा दिया गया।
2010 में हुई थी पूनम की शादी
जींद जिले के पहलवा गांव की पूनम की शादी 2010 में अरड़ाना गांव में कर्मवीर के साथ हुई थी। पूनम के पास दो बच्चे है, जिसमें एक की उम्र करीब 9 साल और दूसरे की 11 साल बताई जा रही है। कई साल से पूनम और उसके प्रेमी प्रदीप का प्रेम प्रसंग चल रहा था। प्रदीप भी जींद के ही एक गांव का रहने वाला है, लेकिन कई सालों से असंध क्षेत्र में रह रहा था।
प्रदीप और पूनम के प्रेम प्रसंग के बारे में घर वालों को भी पता था। कर्मवीर और प्रदीप ने गांव में ही एक प्रॉपर्टी भी हिस्सेदारी में ली हुई थी और कई सालों से प्रॉपर्टी का भी काम कर रहे थे।
पूनम पति से छुटकारा पाना चाहती थी
पूनम किसी भी तरह से अपने पति कर्मवीर से छुटकारा पाना चाहती थी। पुलिस के मुताबिक, पूनम ने अपने प्रेमी प्रदीप के साथ प्लानिंग बनाई और यह भी योजना बनाई कि कैसे कर्मवीर को रास्ते से हटाना है। प्रदीप ने अपने साथ पूनम के भाई मोहित को भी शामिल किया। मोहित एनडीपीएस एक्ट के मामले में जेल में बंद था और वारदात से दो दिन पहले ही जेल से बाहर आया था।
साथ ही प्रदीप ने अपनी बुआ के लड़के मनीष निवासी मतलोड़ा को भी प्लानिंग समझाई और उसे भी शामिल कर लिया। वहीं दूसरी ओर पूनम ने अपनी मां रोशनी को गांव से अपनी ससुराल बुला लिया था। जिसके बाद सभी ने मिलकर प्लानिंग तैयार की।
पूनम का भाई जेल में बंद था
पुलिस के मुताबिक, पूनम का भाई मोहित एनडीपीएस केस में जेल में था। घटना से दो दिन पहले ही मोहित जेल से बाहर आया था। जिसके बाद प्रदीप ने मोहित को थोड़ा भड़काया और कहा कि तुम्हारा जीजा तुम्हारी बहन को वेश्या बनाना चाहता है और इस बात से मोहित का खून खोल उठा और वह प्रदीप की साइड हो गया।
मोहित ने पैर पकड़े और प्रदीप-मनीष ने दबाया गला
हत्या वाली रात यानी 11-12 सितंबर की दरमियानी रात आरोपियों ने कर्मवीर के सोने का इंतजार किया। जब कर्मवीर सो गया, तो कर्मवीर के साले मोहित ने उसके पैर पकड़े लिए, ताकि वह हिल न सके और प्रदीप व मनीष ने चादर से कर्मवीर का गला दबा दिया।
वहीं पूनम और उसकी मां बाहर खड़े होकर निगरानी रख रहे थे, ताकि कोई वहां पर न आ जाए। घटना को अंजाम देने के बाद पूनम ने अपने घर परिवार वालों को फोन कर दिया और बताया कि कर्मवीर में कोई हलचल नहीं है। जब घर वालों ने आकर देखा, तो कर्मवीर मृत था।
मृतक के भाई संजय ने बताया कि जब मैं सुबह 4 बजे कर्मवीर के घर पर पहुंचा था, तो वह मृत पड़ा था, उसके गले पर निशान भी थे। वहां पर पूनम, रोशनी और मोहित थे, प्रदीप वहां से फरार था। जब गले के निशानों के बारे में पूनम से पूछा गया, तो वह कोई भी स्पष्ट जवाब नहीं दे पाई थी।
संस्कार की थी तैयारी, पहुंच गई पुलिस
घर वालों ने सुबह ही कर्मवीर के दाह संस्कार की तैयारी शुरू कर दी थी, लेकिन किसी ने पुलिस को कॉल कर दिया और उसके बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया था और धारा 174 के तहत कार्रवाई की थी और बिसरा मधुबन लैब में भेज दिया।
सीआईए इंचार्ज सलिंद्र ने बताया कि मृतक के भाई संजय ने भी मौत को संदिग्ध बताया था, जिसके बाद पुलिस ने भी मामले की जांच शुरू कर दी। एसपी गंगाराम पुनिया के दिशा निर्देशों पर सीआईए असंध ने इन्वेस्टिगेशन शुरू की और बिसरा रिपोर्ट सामने आई। जिसके बाद डॉक्टर्स से भी राय ली गई। मेडिकल रिपोर्ट में मौत के कारण गला घोटना आया था।
पुलिस ने रिपोर्ट के आधार पर हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। पुलिस कड़ी से कड़ी जोड़ती गई और आरोपियों तक पहुंचना शुरू किया।
प्रॉपर्टी और प्रेम प्रसंग से जुड़ा मामला
वहीं, मृतक के भाई संजय ने बताया कि प्रदीप ने यह खेल प्रेम प्रसंग और प्रॉपर्टी के चक्कर में रचा था। मोहित और रोशनी को उसने असंध की प्रॉपर्टी का लालच दिया था और वह पूनम के साथ घर बसाना चाहता था। जिस कारण इन्होंने मेरे निर्दोष भाई को कोई नशा देकर और गला घोटकर मौत के घाट उतार दिया।
मामले को लेकर मैं दो बार एसपी गंगाराम पुनिया के पास गया। जिन्होंने मामले को गंभीरता से लिया और असंध सीआईए ने ईमानदारी के साथ काम किया और आरोपियों को पकड़ा।
किसको कहां से किया गिरफ्तार
सीआईए असंध के इंचार्ज सलिंद्र कुमार ने बताया कि 14 दिसंबर को सीआईए ने गुप्त सूचना के आधार पर आरोपी प्रदीप और मोहित को गिरफ्तार किया। इनको अगले दिन कोर्ट में पेश किया और 19 दिसंबर तक रिमांड पर लिया। रिमांड के दौरान आरोपियों से पूनम और रोशनी के बारे में गहनता से पूछताछ की गई। साथ ही वारदात को लेकर भी पूछताछ हुई।
प्रदीप-मोहित से मिली पूनम-रोशनी की लोकेशन
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने घटनाक्रम का खुलासा किया और पूनम और रोशन की भी लोकेशन बता दी। जिसके बाद पुलिस ने 15 दिसंबर को पूनम और रोशनी को जींद से गिरफ्तार कर लिया। इन दोनों को भी कोर्ट में पेश कर 19 दिसंबर तक रिमांड पर लिया गया था, इनसे मोबाइल फोन बरामद किए गए है। वह प्रदीप व मोहित से हत्या में इस्तेमाल चादर बरामद कर ली है।
इसके अलावा इन आरोपियों के साथ संलिप्त आरोपी मनीष को भी आज गिरफ्तार कर लिया गया है। उसको 22 दिसंबर तक रिमांड पर लिया गया है। उससे गहनता से पूछताछ की जाएगी। वही उन चारों का रिमांड पूरा हो चुका है, जिनको वीरवार को ही जेल भेज दिया गया है।