किसी भी फूड-ड्रिंकिंग प्रोडक्ट पर अब ओरल रिहाइड्रेशन साल्ट (ORS) का लेबल लगाने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) से मंजूरी जरूरी होगी। केंद्र सरकार की खाद्य सुरक्षा संस्था (FSSAI) ने गुरुवार को यह आदेश जारी किए। कहा कि जिन कंपननियों के पास WHO की मंजूरी नहीं है, वे अपने प्रोडक्ट्स से ORS लेबल हटा लें।
दरअसल, ड्रिंक कंपनियां बच्चों के मीठे पेय पदार्थों को ORS के नाम से बेच रही थीं, जिससे लोग गुमराह हो रहे थे। जिन ड्रिंक्स में शुगर ज्यादा होती है, वे बच्चों के डायरिया को और खराब कर सकती हैं। इसे लेकर FSSAI को शिकायत मिली थीं।
हैदराबाद की बच्चों की डॉक्टर डॉ. शिवरंजनी संतोष ने इसके लिए 8 साल लड़ाई लड़ी। सरकारी संस्थाओं से लेकर हाईकोर्ट तक में अपील की। उनका मकसद था कि गलत मार्केटिंग रोककर असली ORS को पहचाना जाए, ताकि बच्चों को मीठे पेयों से नुकसान न पहुंचे।
यूनिसेफ के मुताबिक, ORS एक ऐसा घोल होता है जिसमें चीनी और नमक का सही मिश्रण होता है। इसे साफ पानी में घोलकर पीने से शरीर में पानी की कमी पूरी होती है।
डॉ. शिवरंजनी ने CDSCO, FSSAI में शिकायत की, कोर्ट का दरवाजा खटखटाया
- डॉ. शिवरंजनी ने कई साल तक अलग-अलग सरकारी संस्थाओं जैसे CDSCO, FSSAI, स्वास्थ्य मंत्रालय (MOHFW) और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री तक इस मामले को उठाया। तेलंगाना हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका (PIL) भी दायर की थी।
- सोशल मीडिया पर वीडियो बनाकर जनता को जागरूक किया। उनका वीडियो 33 लाख से ज्यादा बार देखा गया, जिससे देशभर में यह मुद्दा चर्चा में आया।
अभी क्या हो रहा था?
केंद्र सरकार के 2022 और 2024 के आदेश में कंपनियों को अपने प्रोडक्ट में ORS शब्द जोड़ने की अनुमति दी गई थी। इसके बाद कुछ फ्रूट ड्रिंक, नॉन-कार्बोनेटेड या रेडी-टू-ड्रिंक पेय पदार्थ ORS का लेबल लगाने लगे थे।
हालांकि, तब शर्त रखी गई थी कि उस प्रोडक्ट पर साफ लिखना होगा कि उत्पाद WHO द्वारा अनुशंसित ORS फार्मूला नहीं है। अब FSSAI ने इन पुराने आदेशों को पूरी तरह रद्द कर दिया है।
सरकार ने कहा कि इससे फर्जी ORS उत्पादों पर लगाम लगेगी और ग्राहकों को असली, सुरक्षित और WHO मानक वाले ORS प्रोडक्ट ही मिलेंगे। इससे सेहत सुरक्षा को मजबूत करने में मदद मिलेगी।
ORS क्या होता है
यूनिसेफ के मुताबिक, ORS एक ऐसा घोल होता है जिसमें चीनी और नमक का सही मिश्रण होता है। इसे साफ पानी में घोलकर पीने से शरीर में पानी की कमी पूरी होती है। यह दवा डायरिया, उल्टी, या हीट स्ट्रोक जैसी स्थितियों में डिहाइड्रेशन (पानी की कमी) से बचाने का सबसे कारगर तरीका है।
डॉक्टरों के अनुसार, ORS का प्रयोग सिर्फ चिकित्सक की सलाह पर ही करना चाहिए, क्योंकि गलत उपयोग से नमक की अधिकता (सॉल्ट टॉक्सिसिटी) हो सकती है।