भारत-पाकिस्तान को बांटती रेडक्लिफ बाउंड्री पर सटे अटारी बॉर्डर पर आज 79वां स्वतंत्रता दिवस मनाया जा रहा है। अटारी बॉर्डर पर बने स्वर्ण जयंती द्वार को तिरंगे के रंग में रंगा गया है। सुबह कमांडेंट एसएस चंदेल ने सरहद पर तिरंगा फहराया। इसके साथ ही जवानों को मिठाइयां देकर आज के दिन की शुभकामनाएं भी दी।
यहां आज रिट्रीट तो होगी, लेकिन मिठास गायब रहेगी। 6 साल के बाद आज दोनों देश एक बार फिर स्वतंत्रता दिवस पर मिठाइयों का आदान प्रदान नहीं करेंगे। 6 साल पहले फरवरी 2019 को पहले पुलवामा अटैक हुआ। जिसका जवाब भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक से दिया था। वहीं, जम्मू-कश्मीर में भी धारा 370 को हटा दिया गया। जिसके बाद भारत-पाकिस्तान के रिश्तों के बीच खटास आ गई और तकरीबन 3 सालों तक दोनों देशों के बीच मिठाइयों का आदान प्रदान नहीं हो पाया था। इस बार भी वैसे ही हालात हैं।
इस साल पहलगांव हमला हुआ। जिसमें हमारे 26 भारतीय मारे गए। अंत में ऑपरेशन सिंदूर चला और सरहद पर तनाव बढ़ा। जिसके आक्रोश में इस साल भी दोनों देश मिठाइयों का आदान-प्रदान नहीं करेंगे।
गेट भी नहीं खोलेंगे दोनों देश
ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत-पाकिस्तान दोनों देशों ने 12 मई से रिट्रीट तो शुरू कर दी, लेकिन तब से लेकर अभी तक दोनों देशों ने गेटों को नहीं खोला है। आज की रिट्रीट भी ऐसी ही होने वाली है। दोनों देश आज भी ना तो गेट खोलेंगे और ना ही हाथ मिलाएंगे। अपनी-अपनी सीमाओं में रहते हुए दोनों देश गेटों के पार से ही झंडा उतारने की रस्म को पूरा करेंगे।
तिरंगे के रंग में रंगा अटारी बॉर्डर
चाहे दोनों देशों के बीच खटास है, लेकिन अटारी बॉर्डर पर स्वतंत्रता दिवस को लेकर जोश बरकरार है। रात अटारी बॉर्डर पर बनी स्वर्ण जयंती द्वार गैलरी तिरंगे में रंगी गई। वहां लाइटें इस प्रकार लगाई गईं कि पूरी गैलरी हरे, सफेद और केसरी रंग में रंग गया।
अनुमान है कि आज यहां 50 हजार के करीब सैलानी पहुंच सकते हैं। जिसे लेकर बीएसएफ ने भी खास इंतजाम किए हैं। इतना ही नहीं, आज की रिट्रीट भी खास होने वाली है। आज रिट्रीट सिर्फ झंडा उतारने तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि बीएसएफ जवान कुछ ऐसे जांबाज करतब भी दिखाएंगे।