अजमेर के बिजनेसमैन और पत्नी को 4 दिन डिजिटल-अरेस्ट किया:मुंबई पुलिस का अधिकारी बन धमकाया, कहा- आपके अकाउंट में ब्लैक मनी

अजमेर में एक बिजनेसमैन और उसकी पत्नी को चार दिनों तक डिजिटल अरेस्ट रखा। इस दौरान ठगों ने मुंबई पुलिस का अधिकारी बन ब्लैक मनी के नाम धमकाया।

मामला अलवर गेट थाने के सरस्वती नगर का धोलाभाटा का है। ठगों ने बिजनेसमैन एल्विस माइकल सिंह (59) और उनकी पत्नी पेग्गी माइकल (57) से 40 लाख रुपए की ठगी की है। पीड़ित की ओर से 22 जुलाई को साइबर थाने में मामला दर्ज करवाया गया है।

15 जुलाई को आया था पहला कॉल

साइबर थाने के एएसआई छोटू सिंह ने बताया कि 15 जुलाई को पीड़ित एल्विस माइकल सिंह के नंबर पर वॉट्सऐप कॉल आया था। इसी दौरान उनकी पत्नी पेग्गी के नंबर पर भी ठगों ने वीडियो कॉल किया था। ये दोनों नंबर अलग-अलग थे।

हालांकि एल्विस के नंबर पर आए ठग ने फोन रख दिया था। लेकिन, पत्नी के नंबर पर आए वीडियो कॉल में ठग ने अपने आप को मुंबई के कोलाबा पुलिस स्टेशन का अधिकारी बताते हुए बताया कि उसका नाम संदीप रॉय है।

इसके बाद फर्जी पुलिस अधिकारी ने दोनों को धमकाना शुरू किया और कहा कि उनके बैंक अकाउंट में ब्लैक मनी है। इस दौरान वॉट्सऐप पर फर्जी डॉक्युमेंट भेजे और झांसे में लिया।

फर्जी पुलिस अधिकारी ने चार दिन रखा डिजिटल अरेस्ट, कहा कमरे से बाहर मत निकलना

पीड़ित ​बिजनेसमैन ने बताया कि ठगों ने 18 जुलाई तक उन्हें ​डिजिटल अरेस्ट रखा। इस दौरान दोनों का धमकाया और कहा कि कमरे से बाहर मत निकलना। इतना ही नहीं बिना उनके परमिशन के कुछ भी करने से मना कर दिया।

इस दौरान तीन अलग-अलग नंबर से वीडियो कॉल किए गए। बाद में उन्हें बैंक में जमा राशि के वेरिफिकेशन के लिए 14 लाख लैंड परचेज का कारण बताते हुए बैंक में जमा करवाने को कहा और एफडीआई की डिटेल्स पूछी।

पीड़ित ने बताया कि उन्हें 18 जुलाई को वापस कॉल करके एफडी को तुड़वाकर कुल 26 लाख रुपए वेरिफिकेशन करने के नाम ठगों को ट्रांसफर करवाए। ये 40 लाख रुपए आरटीजीएस से ठगों के खातों में ट्रांसफर किए गए थे।

E-Paper 2025