हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण दक्षिण अमेरिका के बारबाडोस में आयोजित 68वें कॉमन वेल्थ संसदीय सम्मेलन में हिस्सा ले रहे हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर तस्वीरें व अनुभव सांझा करते हुए बताया कि सम्मेलन का उद्देश्य लोकतंत्र, संवाद और साझेदारी की भावना को मजबूत करना है। यह सम्मेलन 6 से 13 अक्टूबर तक आयोजित हो रहा है, जिसमें कई देशों के प्रतिनिधि वैश्विक मुद्दों पर चर्चा कर रहे हैं।
साथ ही उन्होंने सीपीए कॉन्फ्रेंस के दौरान बारबाडोस की प्रधानमंत्री मिया मोटली से भी मुलाकात की।
कॉमन वेल्थ सम्मेलन के उद्घाटन में शामिल
हरविंद्र कल्याण ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर तस्वीरें और वीडियो सांझा करते हुए लिखा कि हमारे भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला के मार्गदर्शन में 68वें कॉमन वेल्थ संसदीय सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में भाग लिया। बारबाडोस में आयोजित उद्घाटन सत्र में विश्व के कई देशों से आए वक्ताओं और नेताओं के साथ सम्मिलित होना अत्यंत प्रेरणादायक अनुभव रहा।
उन्होंने बताया कि इस वर्ष की थीम द कॉमन वेल्थ अ ग्लोबल पार्टनर है, जो हमें यह संदेश देती है कि संवाद, सहयोग और लोकतांत्रिक आदर्शों की सांझा भावना के माध्यम से ही हम न्यायपूर्ण और समावेशी विश्व व्यवस्था बना सकते हैं।
देर रात रवाना हुए थे हरविंद्र कल्याण
हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष शुक्रवार, 3 अक्तूबर की देर रात को दक्षिण अमेरिका के लिए रवाना हुए थे। उन्होंने यात्रा से पहले ही सोशल मीडिया पर जानकारी दी थी कि वे बारबाडोस में आयोजित होने वाले 68वें राष्ट्रमंडल संसदीय सम्मेलन में हिस्सा लेने जा रहे हैं। उन्होंने बताया था कि यह अवसर भारत और हरियाणा के संसदीय मूल्यों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सांझा करने का होगा।
कैरेबियन सागर में बसे बारबाडोस में हो रहा आयोजन
बारबाडोस कैरेबियन सागर में स्थित एक खूबसूरत द्वीप देश है, जो लेसर एंटिल्स द्वीप समूह का हिस्सा है और वेस्टइंडीज का सबसे पूर्वी द्वीप माना जाता है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सम्मेलन देश की राजधानी ब्रिजटाउन में आयोजित किया जा रहा है। इसमें राष्ट्रमंडल संसदीय संघ से जुड़े देशों के प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं।
यहां विभिन्न वैश्विक व लोकतांत्रिक मुद्दों पर चर्चा हो रही है, जिन पर बाद में सांझा नीतियां तय की जाएंगी।
पिछला सम्मेलन ऑस्ट्रेलिया में हुआ था
इससे पहले 67वां कॉमन वेल्थ संसदीय सम्मेलन 3 से 8 नवंबर 2024 तक ऑस्ट्रेलिया के न्यू साउथ वेल्स की संसद और सीपीए शाखा द्वारा आयोजित किया गया था। उस सम्मेलन में भी कई देशों के प्रतिनिधियों ने संसदीय लोकतंत्र, महिला प्रतिनिधित्व और जनसहभागिता जैसे विषयों पर चर्चा की थी।
अब बारबाडोस में हो रहा यह सम्मेलन विश्व स्तर पर संसदीय संवाद और लोकतांत्रिक मूल्यों को सशक्त बनाने की दिशा में अहम माना जा रहा है।