आगरा के थाना ट्रांस यमुना चौकी इंचार्ज सुप्रीम कोर्ट और डीसीपी के आदेश से बडे़ हैं। ट्रांस यमुना कॉलोनी के बीच घनी बस्ती के पार्क में पुलिस ने एक ठेकेदार को 31 दिन मेला लगाने की अनुमति दे दी। अनुमति 10 बजे तक है, लेकिन झूले और साउंड रात 11 बजे तक चलता है। जब लोग कंप्लेंट करते हैं तो चौकी इंचार्ज कहते हैं कि उनके पास 11 बजे तक अनुमति है। लोगों ने मेले के विरोध में मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी एक माह पहले शिकायत की थी, लेकिन पुलिस की ओर से उस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।
थाना एत्माद्दौला के ट्रांस यमुना बी ब्लॉक में बाल विहार पार्क है। यहां पर परवेज नाम का ठेकेदार ने 1 जुलाई से मेला लगाए हुए है। मेला 31 जुलाई तक चलाने की अनुमति होने की बात कही है। उसने चारों तरफ साउंउ लगा रखे हैं। शाम होते ही इस पर फूहड़ गाने चलते हैं। स्थानीय लोगों ने शुरुआत में इसका विरोध किया था। लोगों का कहना था कि पार्क में कभी भी मेला नहीं लगा। मगर, ठेकेदार बिना किसी मेला कमेटी और स्थानीय लोगों की सहमति के बिना 31 दिन की अनुमति ले आया।
मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी इसकी शिकायत की थी। मगर, ट्रांस यमुना चौकी से बिना समस्या समाधान के रिपोर्ट लगा दी। ठेकेदार द्वारा रात 10 बजे तक झूले और साउंड बजाने की अनुमति का पालन नहीं किया जाता। रविवार को रात 11 बजे तक झूले और साउंड बजाए गए। इस कारण मोहल्ले के लोगों को परेशानी हुई। उन्होंने इसकी शिकायत चौकी इंचार्ज सचिन से की। इस पर चौकी इंचार्ज का कहना था कि उनके पास 11 बजे तक मेला लगवाने की अनुमति है। जब लोगों ने कहाकि कि डीसीपी सिटी के द्वारा तो 10 बजे तक की अनुमति दी गई है तो उनका कहना था कि लिखा पढ़ी में अनुमति बदलती रहती है।
घरों के सामने पीते हैं शराब
मेले के चलते स्थानीय लोग घरों में कैद होने को मजबूर हो गए हैं। घरों के सामने नशेबाज खुले आम शराब पीते हैं। देर रात तक कार खड़ी रहती है। महिलाओं और युवतियों का घर के सामने खड़ा होना मुश्किल हो गया है।
आखिर कैसे दे दी अनुमति
घनी आबादी के बीच में पुलिस की ओर से बिना किसी आयोजन समिति के एक बाहरी व्यक्ति को 31 दिन की अनुमति दे दी गई। जब इसकी मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत की गई तो पुलिस ने अपनी आख्या में ठेकेदार द्वारा स्थानीय लोगों की सहमति का एक फर्जी लेटर लगा दिया। पुलिस ने उस लेटर के आधार पर शिकायत का निस्तारण कर दिया। वहीं, पुलिस द्वारा दी गई अनुमति की शर्तों का भी पालन नहीं ठेकेदार द्वारा नहीं किया गया।