खालिस्तान समर्थक संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) ने अमृतसर में विवादित गतिविधियों का दावा किया है। संगठन के प्रमुख पन्नू का दावा है कि उसने अमृतसर जिला कोर्ट परिसर की दीवारों पर खालिस्तान के नारे लिखवाए और गांधी परिवार के खिलाफ स्प्रे-पेंट से नारे भी लगाए।
पन्नू ने वीडियो में कहा कि “1984 के कातिलों को पनाह देने वाले राहुल गांधी, राजा वड़िंग और सांसद गुरजीत सिंह औजला हमारे निशाने पर हैं।”
संगठन ने अमृतसर रेलवे स्टेशन पर भी PM मोदी के खिलाफ नारे लिखे। पन्नू ने दावा किया कि वे आने वाली दिवाली पर “अयोध्या से हरिद्वार तक ब्लैकआउट” करेंगे।
पन्नू कहना है कि वे 26 लाख दीयों से रोशनी करने वाले कार्यक्रम को अंधेरे में बदल देंगे। पन्नू ने यह भी कहा कि उनका निशाना दिवाली और अयोध्या पर है, जिन्हें वे “हिंदुत्व आतंकवाद” का प्रतीक मानते हैं।
वड़िंग और औजला को दी धमकी
SFJ के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू ने पंजाब के नेताओं अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग और गुरजीत सिंह औजला को भी निशाने पर लिया है। संगठन का आरोप है कि इन नेताओं ने गांधी परिवार को सिरोपा देकर 1984 के सिख नरसंहार में शामिल परिवारों को सम्मान दिया।
पन्नू ने इन नेताओं को अपशब्द तक कह दिया और चेतावनी दी कि वे खालिस्तान समर्थकों के निशाने पर हैं।
सुरक्षा एजेंसियां सतर्क
इस घटना के बाद पंजाब पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। अमृतसर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है। SFJ की इन गतिविधियों को लेकर राजनीतिक और सामाजिक हलकों में तीखी प्रतिक्रिया हो रही है।
कौन है अंतकी गुरपतवंत पन्नू पढ़िए
खालिस्तान समर्थन में आवाज उठा रहा है पन्नू
आतंकी पन्नू बीते साल कनाडा में मारे गए आतंकी हरदीप सिंह निज्जर का साथी है। निज्जर की हत्या के बाद से ही पन्नू बहुत सक्रिय हो गया है। लगातार देश विरोधी बयान देता है और देश के विभिन्न शहरों में आतंकवाद के समर्थन में नारे लिखवाता है।
G20 सम्मेलन के दौरान दिल्ली के मेट्रो स्टेशनों पर भी खालिस्तान समर्थन में नारे लिखवाए थे। लेकिन अंत में पंजाब के विभिन्न शहरों से उसके साथियों को पकड़ा गया था, जिन्होंने ये नारे लिखे थे।
2020 में आतंकी घोषित हुआ पन्नू
भारत सरकार ने 2019 में आतंकी गतिविधियां चलाने के आरोप में गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम यानी UAPA के तहत पन्नू के संगठन SFJ पर बैन लगाया। गृह मंत्रालय ने अपनी अधिसूचना में कहा था कि सिखों के लिए रेफरेंडम की आड़ में SFJ पंजाब में अलगाववाद और उग्रवादी विचारधारा का समर्थन कर रहा है।
पन्नू पर साल 2020 में अलगाववाद को बढ़ावा देने और पंजाबी सिख युवाओं को हथियार उठाने के लिए प्रोत्साहित करने का आरोप लगा। इसके बाद केंद्र सरकार ने 1 जुलाई 2020 को पन्नू को UAPA के तहत आतंकी घोषित किया। 2020 में सरकार ने SFJ से जुड़े 40 से ज्यादा वेब पेज और यूट्यूब चैनलों को बैन किया।