बीकानेर के कोडमदेसर तालाब क्षेत्र में इंदिरा गांधी नहर में डूबने से 3 दोस्तों की मौत हो गई। यह तीनों बीकानेर शहर के रहने वाले थे और मंगलवार रात में दर्शन करने के लिए कोडमदेसर गए थे। रास्ते में ये हादसा हो गया। फिलहाल तीनों के शव पीबीएम अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखे गए हैं।
गजनेर थानाधिकारी चंद्रजीत सिंह भाटी ने बताया कि यह तीनों दोस्त बीकानेर शहर से कोडमदेसर भैरुजी के दर्शन करने गए थे। रास्ते में ये तीनों नहाने के लिए नहर के पास रुक गए। तीनों ने अपने जूते और मोबाइल बाहर रखकर नहर में नहाने गए। इस दौरान तीनों ही डूब गए।
राहगीरों ने गाड़ी और जूते देखकर नहर में डूबने की आशंका जताई। बाद में 2 के शव बाहर निकाल लिए गए। एक का शव तब नहीं मिला, तो पुलिस ने तैराकों को बुलाया। रात करीब 1 बजे तीसरा शव मिल गया। फिलहाल तीनों शवों को पीबीएम अस्पताल की मॉर्च्युरी में रख दिया है। थोड़ी देर में पोस्टमॉर्टम शुरू होगा।
तीनों मृतकों में राम (17) पुत्र गणेश व्यास निवासी जवाहर नगर बीकानेर, करण (17) पुत्र आसुराम राव भाट निवासी भाटो का बास और लकी राव (17) पुत्र सुंदर राव भाटों का बास, बीकानेर शामिल है।
एक ही बाइक पर रात को गए थे दर्शन करने
तीनों दोस्त रात में एक ही बाइक पर दर्शन करने के लिए गए थे। पहले मंदिर में दर्शन किए और बाद में बाइक सड़क किनारे खड़ी करके नहाने उतर गए थे। इसी दौरान तीनों गलती से गहराई में उतर गए। तीनों की मौत हो गई। राहगीरों को रात करीब 12 बजे यहां बाइक नजर आई। इसके बाद लोगों ने पुलिस को सूचना दी कि नहर किनारे एक बाइक खड़ी है, तीन जोड़ी जूते और दो मोबाइल पड़े हैं। इस पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर छानबीन शुरू कर दी। दो शव तो कुछ ही देर में मिल गए, लेकिन तीसरा शव रात करीब 1 बजे मिला।
तीनों बीस साल से कम उम्र के
तीनों ही दोस्त महज 17 साल के हैं। जवाहर नगर में रहने वाले गणेश व्यास के बेटे राम की उम्र 17 साल है तो शेष दोनों मृतकों की उम्र भी करीब इतनी ही है।