गाजियाबाद में क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर सस्पेंड:​​​​​​​छांगुर बाबा गैंग की मदद करता था, लापता हिंदू लड़कियों के परिजनों को धमकाया

गाजियाबाद कमिश्नरेट में क्राइम ब्रांच के हेड इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया। क्राइम ब्रांच प्रभारी पर धर्मांतरण और मनी लांड्रिंग के आरोपी छांगुर बाबा के गैंग की मदद करने का आरोप है। मेरठ पुलिस से ऐसा इनपुट मिलने के बाद पुलिस कमिश्नर जे रविंदर गौड ने कार्रवाई की है।

साथ ही इंस्पेक्टर के खिलाफ विभागीय जांच के भी आदेश दिए गए हैं। दरअसल 2019 में मेरठ से एक हिंदू लड़की का धर्मांतरण हुआ था। मुस्लिम युवक ने उसके साथ मारपीट की थी, उसके शरीर को सिगरेट से दागा था।

इसकी शिकायत लड़की के परिजनों ने तत्कालीन सिविल लाइन थाना प्रभारी अब्दुर रहमान सिद्दीकी से की थी। अब्दुर रहमान सिद्दीकी ने पीड़ित हिंदू परिवार की ना तो कोई सुनवाई की और न ही इस मामले में कोई कार्रवाई की। बल्कि पीड़ित परिवार को लगातार डराया और धमकी दी। आरोपी इंस्पेक्टर अब्दुर रहमान सिद्दीकी मेरठ के अलावा गाजियाबाद में कई थानों में थाना प्रभारी रह चुके हैं।

मेरी बहन को कार से अगवा किया गया

गाजियाबाद में रहने वाली युवती ने बताया- मेरी बहन 2019 में दिल्ली से टूर एंड ट्रेवल्स का कोर्स कर रही थी। इस दौरान उसकी मुलाकात मेरठ के लिसाड़ी गेट क्षेत्र के इस्लामाबाद निवासी बदर अख्तर सिद्दीकी नाम के एक युवक से हुई।

वह मेरी बहन को अलग-अलग गाड़ियों में ले जाता। बदर ने मॉडलिंग और हाई प्रोफाइल लाइफ का सपना दिखाकर उसे प्रेमजाल में फंसा लिया। उसका धर्मांतरण कर दिया। 24 अक्टूबर 2019 को बदर अख्तर सिद्दीकी एक स्कोडा कार से मेरी बहन को ले गया। इसमें परदे लगे थे। इसके बाद से हमारी बहन कभी घर नहीं लौटी। न ही पुलिस ने इस मामले में कोई मदद की।

कहा- जब से मेरी बहन बदर अख्तर सिद्दीकी के संपर्क में आई थी। उसका आचरण बदल गया था। उसका व्यवहार पूरी तरह बदल चुका था। उसने पूजा-पाठ छोड़ दिया था। वह देवी-देवताओं के नाम से नफरत करने लगी थी।

दुबई में नौकरी दिलवाने का झांसा देकर ले गया

यहां तक कि परिवार के सभी सदस्यों और मां और पिता से भी वह नफरत करने लगी थी। वह सिर्फ बदर अख्तर का नाम ही लेती थी। वह कहती थी कि मैं अब दुबई नौकरी करूंगी। बदर अख्तर वहां मुझे नौकरी दिलवाएगा।

उसका पासपोर्ट भी बनवा दिया था। मगर एक दिन घरवालों ने वह पासपोर्ट छिपा दिया। पीड़ित युवती ने आशंका जताई कि आरोपी मेरी बहन को दुबई में नौकरी दिलाने का झांसा देकर ले गया। हो सकता है कि दूसरा कोई पासपोर्ट किसी गलत नाम से बना हो।

बदर अख्तर मेरी बहन को पीटता, उसे सिगरेट से दागा

पीड़ित युवती ने बताया- बदर अख्तर मेरी बहन को पीटता था। सिगरेट से दागता था। यह बात हमें जब पता चली जब उसके शरीर पर कई बार सिगरेट के दागने के निशान देखे। पीटने के निशान भी थे। फिर एक दिन हम लोगों ने उसके मुंह से नया नाम सुना- छांगुर बाबा।

उसने कहा- मैं अब हिंदू धर्म छोड़ दूंगी। बदर अख्तर ने ही उसे छांगुर बाबा से मिलवाया था।

बताया- हमने तब मेरठ के सिविल लाइन थाने में शिकायत की थी। मगर पुलिस ने हमारी कोई मदद नहीं की। उल्टा हमें ही वहां से धमकी देकर भगा दिया था। हम रोज थाने के चक्कर लगाते थे। पता चला कि सिर्फ मेरी बहन ही नहीं, कई अन्य हिंदू लड़कियां भी इसी बदर अख्तर के संपर्क में आने के बाद गायब हुई हैं। इन सभी की उम्र 19 या 20 साल से 25 साल के आसपास थी।

26 जनवरी को किया जा चुका सम्मानित

पुलिस आयुक्त जे रविंदर गौड का कहना है कि मेरठ पुलिस से जानकारी मिली है कि मेरठ में कुछ वर्ष पूर्व तैनाती के समय इंस्पेक्टर के खिलाफ जांच शुरू हुई थी। जांच के आधार पर इंस्पेक्टर को निलंबित करने की संस्तुति की गई थी। उसी के आधार पर इंस्पेक्टर को निलंबित किया गया है।

अब्दुर रहमान सिद्दीकी जनपद में ढाई वर्ष पूर्व थाना क्रासिंग रिपब्लिक इंचार्ज रहे उसके बाद से क्राइम ब्रांच निरीक्षक है। बीते वर्ष ही उन्हें बेहतर कार्य के लिए 26 जनवरी पर सम्मानित किया जा चुका है।

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