गोरखपुर में महिला डॉक्टर के पति को किडनैपिंग के 24 घंटे के अंदर पुलिस ने सुरक्षित रिकवर कर लिया। 3 बदमाशों की अरेस्टिंग हुई। इस पूरे मामले में मास्टरमाइंड कमालुद्दीन उर्फ कमालू का नाम सामने आया।
बदमाशों ने बताया- 2 महीने से डॉ. अशोक जायसवाल की रेकी हो रही थी। वह कब-कहां आते-जाते हैं? फिर कमालुद्दीन ने किडनैपिंग के लिए 25 जुलाई की तारीख चुनी। स्ट्रैटजी ऐसी बनाई गई कि 18 घंटे तक डॉक्टर को 2 कारों में अलग-अलग लगातार मूवमेंट कराते रहे। लेकिन, पुलिस की घेराबंदी में फंस गए।
यूपी पुलिस ने सभी बॉर्डर सील कर दिए, कमालुद्दीन यूपी छोड़कर भाग नहीं सका। 50 हजार का इनाम भी रखा। अंडरग्राउंड हो चुके कमालुद्दीन को लगने लगा था कि उसका एनकाउंटर हो सकता है। इसलिए उसने सरेंडर की प्लानिंग कर डाली।
4 दिन बाद 29 जुलाई को सरेंडर के लिए 284 KM दूर रायबरेली को चुना। पुलिस को चकमा देकर 4 साल पुराने ऑटो लिफ्टिंग के केस में वह कोर्ट के सामने पेश हुआ और जेल चला गया। अब पुलिस कमालुद्दीन को रिमांड पर लेकर पूछताछ की तैयारी कर रही है। इससे पहले पुलिस के सामने कमालुद्दीन की लग्जरी लाइफ भी सामने आई है।
कमालुद्दीन ऑटो लिफ्टर से किडनैपर कैसे बना? इस सवाल का जवाब ढूंढती हुई पुलिस उसकी लग्जरी लाइफ और गर्लफ्रेंड तक पहुंच गई। सामने आया कि कमालुद्दीन गोरखपुर से 40 KM दूर सिकरीगंज इलाके के जद्दीपट्टी का रहने वाला है। यहां उसका भाई हैदर भी रहता है। वह डीजे और शामियाना का काम करता है। इस इलाके में शादी कहीं भी हो, लेकिन डीजे हैदर का ही बजता है। एक वक्त पर कमालुद्दीन भी यही बिजनेस करता था। एक पुलिस टीम ने जद्दीपट्टी पहुंचकर पूछताछ की।
वहां पता चला कि कमालुद्दीन के पास BMW कार है। वह उससे ही चलता था। दरअसल, लोग उसे ऑटो लिफ्टर यानी गाड़ियों को चोरी करने वाले के तौर पर ही जानते हैं। कुछ लोगों का कहना था कि वह नेपाल की लड़कियों को यूपी के अलग-अलग शहरों तक सप्लाई करता था।
इन्हीं अपराधों के चलते उसने कम समय में काफी पैसा कमा लिया था। वह चोरी की गाड़ियों को नेपाल में बेचता था। साल- 2020 में रायबरेली में उसके खिलाफ पहली FIR लिखी गई। इसके बाद कमालुद्दीन पुलिस से बचने के लिए थाईलैंड और सऊदी अरब घूमने चला गया। वापस आने के बाद उसने एक गैंग बनाया। करुणेश को जिम्मेदारी दी कि पूर्वांचल की बड़े बिजनेसमैन, इंजीनियर और डॉक्टर की एक लिस्ट तैयार करो। अब किडनैपिंग करके देखते हैं।
अब पुलिस B- वारंट पर कमालुद्दीन को कस्टडी में लेकर 4 पॉइंट पर पूछताछ की तैयारी कर रही है।
1. कमालुद्दीन सऊदी अरब से वापस कब आया?
2. डॉक्टर के पति के अपहरण की प्लानिंग क्यों और कब की? इसमें और कौन शामिल था?
3. कमालुद्दीन ने इससे पहले किन-किन लोगों की किडनैपिंग की?
4. अपहरण के लिए बदमाशों की टीम कैसे बनाई? किसको क्या टास्क दिया?
कमालुद्दीन ने एक मुस्लिम, एक हिंदू लड़की से शादी की कमालुद्दीन ने 2 शादियां की हैं। पहली शादी सुल्तानपुर की लड़की से की। उससे कमालुद्दीन को 2 बच्चे हैं। इसके अलावा एक ऑर्केस्ट्रा में काम करने वाली एक हिंदू लड़की से भी शादी की जानकारी पुलिस को मिली है।
पुलिस को फेसबुक पर खुशी मिश्रा नाम की प्रोफाइल से कमालू के साथ बनाई कई रील मिली हैं। इसमें खुशी कमालू को अपना हसबैंड भी बता रही हैं। कमालू के साथ कई जगह काले बुर्केे में भी खुशी नजर आ रही है। कई गाने पर दोनों ने रील बनाई है। इनको देखकर यही लग रहा है कि खुशी कमालू से बेइंतहा प्यार करती है। दोनों शादी भी कर चुके हैं। एक जगह रमजान के अलविदा पर भी एक रील बनाई गई है।
खुशी ने अपने हाथ में कमालुद्दीन का नाम भी मेहंदी से लिखा है। हर रील में वह कमालुद्दीन के साथ जीने-मरने की कसमें खाती दिख रही है। एक रील में वह अपने हाथ की चोट काे दिखा रही है। इसके साथ सैड सॉन्ग भी लगाया है। अब पुलिस खुशी को भी ट्रेस कर रही है। उससे भी पूछताछ की जा सकती है।
किडनैपिंग के बाद सोशल मीडिया से कई फोटो डिलीट गोरखपुर शहर और साउथ के इलाके के सफेदपोश और दबंगों के साथ कमालुद्दीन का उठना-बैठना था। डॉक्टर के पति के अपहरण में नाम आने के बाद फेसबुक से लोग जल्दी-जल्दी उसके साथ की फोटो डिलीट कर रहे हैं। गोरखपुर के दबंगों और सांसद का चुनाव लड़ने वाली एक प्रत्याशी के साथ भी कमालू की फोटो सोशल मीडिया पर शेयर हो रही है।
बताया जा रहा है कि कमालुद्दीन के कई पुलिसकर्मियों से भी अच्छे संबंध हैं। फेसबुक पर फ्रेंड लिस्ट में लड़कियों की संख्या भी अच्छी-खासी है। कमालुद्दीन लड़कियों को लुभाने के लिए BMW कार से स्टंट करते हुए वीडियो भी डालता था।
डॉक्टर को कब-कैसे उठाएंगे, प्लानिंग करुणेश और कमालुद्दीन ने बनाई गोरखपुर में महिला डॉक्टर के पति के किडनैपिंग कांड में पुलिस की जांच में सामने आया है कि करुणेश दुबे और कमालुद्दीन ने ही साजिश रची थी। दोनों 2 महीने से अशोक की हर गतिविधि पर नजर बनाए थे। इस दौरान डॉक्टर के पति के सुबह मॉर्निंग वॉक पर जाने की टाइमिंग ही सबसे मुफीद महसूस हुई।
लेकिन, पुलिस की घेराबंदी की वजह से बदमाश गोरखपुर का बॉर्डर क्रॉस नहीं कर सके। दबाव में फिरौती जल्दी मांगी और रकम लेने आए करुणेश को पुलिस ने दबोच लिया। जबकि, दूसरी कार से कमालुद्दीन अपने 3 अन्य साथियों के साथ फरार हो गया था।
अब डॉक्टर के पति के अपहरण की कहानी भी जानिए
दोनों ने की थी 5 करोड़ की डिमांड 25 जुलाई की सुबह करीब 5:30 बजे पादरी बाजार निवासी रिटायर्ड एयरफोर्स कर्मी अशोक जायसवाल जॉगिंग और स्विमिंग के लिए साइकिल से रेलवे स्टेडियम जा रहे थे। कौवाबाग अंडरपास के पास कार सवार बदमाश उनका अपहरण कर ले गए। करीब 4 घंटे बाद पत्नी डॉ. सुषमा जायसवाल के फोन पर वॉट्सऐप कॉल आई।
बदमाशों ने अशोक जायसवाल से बात कराई। फिरौती के रूप में पहले 5 करोड़ रुपए की मांग की। इसके बाद 1 करोड़ फिर 15 लाख रुपए की डिमांड बदमाशों ने की थी। पत्नी की सूचना के बाद शाहपुर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया। पुलिस ने ऑपरेशन अशोक के लिए 6 टीमें बनाई थीं। 12 घंटे के अंदर उन्हें खोज निकाला और 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
एसपी सिटी ने कहा- बदमाशों से पूछताछ के बाद नए क्लू मिलेंगे एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने बताया- अपहरण की घटना के हर पहलुओं पर ध्यान दिया जा रहा है। इसमें शामिल 3 बदमाशों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया है। अब वारंट- बी पर कमालुद्दीन को रायबरेली से गोरखपुर लाया जाएगा। इसके बाद उससे पूछताछ की जाएगी। इसके 3 और साथियों की तलाश की जा रही है।