जो लोग अपनी फिटनेस का खास ध्यान रखते हैं, उनके लिए स्प्राउट्स (अंकुरित) एक बेहतरीन सुपरफूड है। यह प्रोटीन, फाइबर, विटामिन और मिनरल्स से भरपूर होता है, जिससे न सिर्फ शरीर को पर्याप्त एनर्जी मिलती है, बल्कि इम्यून सिस्टम भी मजबूत होता है। यही वजह है कि हेल्थ कॉन्शियस लोग इसे डाइट में शामिल करते हैं।
हालांकि डाइट में शामिल करते समय कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। कई बार थोड़ी सी भी लापरवाही सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकती है।
- स्प्राउट्स हमारी सेहत के लिए कब नुकसानदायक हो सकते हैं?
- किन लोगों को स्प्राउ्टस खाने से परहेज करना चाहिए?
एक्सपर्ट- अनु अग्रवाल, डाइटीशियन और ‘वनडाइटटुडे’ की फाउंडर
सवाल- स्प्राउट्स क्या है?
जवाब- स्प्राउट्स वे बीज होते हैं, जो कुछ घंटों या दिनों तक पानी में भिगोने और उचित नमी और तापमान में रखने के बाद अंकुरित होने लगते हैं। ये पोषण से भरपूर होते हैं और इन्हें सलाद, सैंडविच, सब्जियों, या अन्य खाने की चीजों में इस्तेमाल किया जाता है।
सवाल- कौन-कौन से बीज और दालें स्प्राउट किए जा सकते हैं?
जवाब- मूंग दाल, मसूर दाल, चना (काला और सफेद), मेथी दाना, गेहूं, रागी, सोयाबीन, राजमा, मटर या लोबिया के बीज और सूरजमुखी के बीज स्प्राउट किए जा सकते हैं। ये सभी पोषण से भरपूर होते हैं और पाचन के लिए फायदेमंद माने जाते हैं।
सवाल- कच्चे स्प्राउट्स को खाने से क्या जोखिम हो सकता है?
जवाब- डाइटीशियन अनु अग्रवाल बताती हैं कि अगर स्प्राउट्स को अच्छी तरह से धोया या सही तरीके से स्टोर नहीं किया जाए तो उनमें बैक्टीरिया संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। स्प्राउट्स के अंकुरण के लिए गर्म और नम वातावरण चाहिए होता है, जो साल्मोनेला, ई. कोलाई और लिस्टीरिया जैसे हानिकारक बैक्टीरिया के पनपने के लिए आदर्श स्थिति बनाता है।
सवाल- स्प्राउट्स हमारी सेहत के लिए नुकसानदायक कैसे हो सकते हैं?
जवाब- डाइटीशियन अनु अग्रवाल बताती हैं कि स्प्राउट्स पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं और सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं, लेकिन इन्हें खाने से पहले सही तरीके से स्टोर और साफ करना जरूरी है। स्प्राउट्स गर्म और नम वातावरण में उगते हैं, जहां साल्मोनेला और ई. कोलाई जैसे हानिकारक बैक्टीरिया आसानी से पनप सकते हैं। अगर इन्हें अच्छी तरह न धोया जाए या गलत तरीके से स्टोर किया जाए तो यह फूड पॉइजनिंग, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल इन्फेक्शन और अन्य पाचन संबंधी समस्याओं का कारण बन सकते हैं।
सवाल- स्प्राउट्स खाते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
जवाब- स्प्राउट्स का सेवन हेल्दी है, लेकिन इन्हें सुरक्षित बनाने के लिए कुछ जरूरी सावधानियां बरतनी चाहिए। सही तरीके से धोना, पकाना और स्टोर करना साल्मोनेला या ई. कोलाई जैसे बैक्टीरिया से बचा सकता है। इन सावधानियों को आसान भाषा में नीचे दिए ग्राफिक में समझिए-
सवाल-किन लोगों को स्प्राउट्स खाने से बचना चाहिए?
जवाब- यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) और सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के मुताबिक, कुछ लोगों को स्प्राउट्स खाने से बचना चाहिए। इसे नीचे दिए ग्राफिक से समझिए-
सवाल- स्प्राउट्स खाने का सबसे सही समय कौन सा है?
जवाब- डाइटीशियन अनु अग्रवाल के अनुसार, स्प्राउट्स खाने का सबसे अच्छा समय सुबह नाश्ते में या दोपहर के खाने से पहले है। इस समय शरीर इन्हें आसानी से पचा लेता है और इनके पोषक तत्वों का बेहतर उपयोग कर पाता है। वहीं रात में कच्चे स्प्राउट्स खाने से बचना चाहिए क्योंकि इनमें मौजूद अधिक फाइबर और एंजाइम धीमे पाचन के दौरान गैस, पेट फूलना या अपच जैसी समस्याएं पैदा कर सकते हैं।
सवाल- क्या स्प्राउट्स वजन घटाने में मददगार हैं?
जवाब- हां, स्प्राउट्स वजन घटाने में मददगार हो सकते हैं। इनमें कैलोरी कम और फाइबर अधिक होता है, जो लंबे समय तक पेट भरा महसूस कराता है और ओवरईटिंग से बचाता है। साथ ही इनमें मौजूद प्रोटीन मसल्स बनाने और फैट बर्न करने में सहायक होता है। हालांकि बेहतर परिणाम के लिए इन्हें संतुलित मात्रा में और संतुलित डाइट के साथ ही शामिल करना चाहिए।
सवाल- क्या स्प्राउट्स को पकाकर खाने से उनके पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं?
जवाब- हां, स्प्राउट्स को ज्यादा पकाने पर विटामिन C और B जैसे कुछ हीट-सेंसिटिव पोषक तत्व कम हो सकते हैं। हालांकि हल्का स्टीम करना या थोड़ा उबालना बेहतर विकल्प है। इससे बैक्टीरिया का खतरा घटता है और अधिकांश पोषक तत्व भी सुरक्षित रहते हैं।
सवाल- क्या पैकेज्ड या मार्केट से खरीदे स्प्राउट्स सुरक्षित होते हैं?
जवाब- जरूरी नहीं कि पैकेज्ड या बाजार से खरीदे गए स्प्राउट्स हमेशा सुरक्षित हों। अगर उनकी स्टोरेज या हैंडलिंग सही तरीके से न हुई हो तो उनमें बैक्टीरिया संक्रमण का खतरा बना रहता है। इसलिए खरीदते समय एक्सपायरी डेट जांचें, पैकिंग में बदबू, नमी या फफूंदी के लक्षण न हों और घर लाने के बाद इन्हें अच्छी तरह धोकर ही इस्तेमाल करें।
सवाल- स्प्राउट्स को खराब होने से कैसे बचाएं?
जवाब- स्प्राउट्स को खराब होने से बचाने के लिए उन्हें हमेशा एयरटाइट कंटेनर में रखकर फ्रिज में स्टोर करें और 2–3 दिन के भीतर इस्तेमाल कर लें। नमी और गर्मी में ये जल्दी खराब हो सकते हैं। हल्का उबालने या स्टीम करने से इनकी शेल्फ लाइफ थोड़ी बढ़ सकती है। अगर इनमें बदबू, चिपचिपापन या रंग बदलने के संकेत दिखें तो इन्हें तुरंत फेंक दें।
सवाल- बच्चों को स्प्राउट्स कब और कैसे देने चाहिए?
जवाब- छोटे बच्चों (1–5 वर्ष) को कच्चे स्प्राउट्स देने से बचना चाहिए, क्योंकि उनका पाचन और इम्यून सिस्टम पूरी तरह विकसित नहीं होता है। 6 वर्ष से ऊपर के बच्चों को स्प्राउट्स धीरे-धीरे और डॉक्टर या डाइटीशियन की सलाह से शुरू कर सकते हैं।