ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला दा सिल्वा ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बातचीत के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है। ट्रम्प ने मंगलवार को कहा था, ‘लूला जब चाहें, मुझसे बात कर सकते हैं।’
लूला ने इस प्रस्ताव को ठुकराते हुए कहा, ‘मैं टैरिफ पर बात करने के लिए ट्रम्प को कॉल नहीं करूंगा। इसके बदले पीएम नरेंद्र मोदी और शी जिनपिंग जैसे नेताओं से बातचीत करना चाहूंगा।’
अमेरिका ने ब्राजील पर 50% टैरिफ लगा रखा है। ब्राजील इससे निपटने के लिए विश्व व्यापार संगठन (WTO) में जाने पर विचार कर रहा है।
लूला ने यह भी कहा कि भले ही ट्रम्प से उनकी बातचीत न हो, लेकिन वे नवंबर में होने वाले COP-30 क्लाइमेट समिट में ट्रम्प को न्योता जरूर भेजेंगे।
ट्रम्प ने ब्राजील पर 50% टैरिफ लगाया
अमेरिका ने हाल ही में ब्राजील पर 50% टैरिफ लगाया है। ट्रम्प प्रशासन के मुताबिक यह टैरिफ पूर्व राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो के खिलाफ की जा रही कार्रवाई के चलते लगाया गया है।
ट्रम्प ने बोल्सोनारो के खिलाफ कार्रवाई को विचहंट यानी बदले की कार्रवाई बताया है।
बोल्सोनारो पर 2022 के चुनाव हारने के बाद तख्तापलट की साजिश रचने का आरोप है। इसके चलते अमेरिका और ब्राजील के बीच रिश्ते और बिगड़ गए हैं।
बोल्सोनारो पर 8 जनवरी 2023 को ब्राजील की राजधानी ब्रासीलिया में हुए दंगों के लिए कथित रूप से तख्तापलट की कोशिश का आरोप है।
ट्रम्प की मांग- बोल्सोनारो का केस खत्म हो
ट्रम्प ने पिछले महीने एक बयान में कहा था कि ब्राजील में फ्री इलेक्शन पर हमला हो रहा है और अमेरिकी लोगों की अभिव्यक्ति की आजादी को कंट्रोल किया जा रहा है। इस वजह से 1 अगस्त 2025 से ब्राजील से अमेरिका आने वाले सभी उत्पादों पर 50% टैरिफ लगाया जाएगा।
ट्रम्प ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा, ब्राजील के पूर्व राष्ट्रपति बोल्सोनारो एक सम्मानित नेता हैं। उनके साथ जो व्यवहार किया, वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शर्मनाक है। यह केस तुरंत खत्म होना चाहिए।
उन्होंने ब्राजील की सुप्रीम कोर्ट की तरफ से बोल्सोनारो को अगले चुनाव में भाग लेने से रोकने और ट्रम्प के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल और रंबल पर सेंसरशिप आदेशों का भी जिक्र किया।
ब्राजील में बोल्सोनारो की हार के बाद हिंसक प्रदर्शन हुए थे
2022 के राष्ट्रपति चुनाव में बोल्सोनारो की हार के देश में कई जगह हिंसक प्रदर्शन हुए थे। बोल्सोनारो के समर्थकों ने सड़कें जाम कर दी थीं। करीब 267 सड़कों को प्रदर्शनकारियों ने ब्लॉक कर दिया था।
बोल्सोनारो के 2030 तक चुनाव लड़ने पर बैन
ब्राजील में पूर्व राष्ट्रपति बोल्सोनारो के चुनाव लड़ने पर 2030 तक के लिए बैन लगा हुआ है।
जुलाई 2022 में बोल्सोनारो ने 8 विदेशी राजदूतों के साथ एक मीटिंग की थी। इसमें उन्होंने ब्राजील की चुनाव प्रणाली पर सवाल उठाते हुए धांधली के आरोप लगाए थे।
तब कहा जा रहा था कि बोल्सोनारो ने फॉरेन एंबेसडरों के साथ हुई मीटिंग का इस्तेमाल साजिश के तहत संदेह पैदा करने के लिए किया। उन्होंने लोगों के मन में ये शक पैदा करने की कोशिश की कि 2022 के चुनावी नतीजों में धांधली होगी। इसके बाद बोल्सोनारो पर अपने पद और मीडिया का दुरुपयोग करने का आरोप लगा।
आरोप पत्र में कहा गया कि बोल्सोनारो ने चुनाव में हार के बाद पावर का गलत इस्तेमाल करते हुए देश के इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग सिस्टम पर शक पैदा किया। इस मामले में 30 जून 2023 को बोल्सोनारो के चुनाव लड़ने पर 7 साल यानी 2030 तक के लिए प्रतिबंध लगा दिया गया।