दौसा के लालसोट में तहसीलदार अमितेश मीणा और वकीलों के बीच मंगलवार दोपहर हुए विवाद ने देर रात गंभीर रूप ले लिया। तहसीलदार सहित राजस्वकर्मियों की मांग पर रात करीब 10:30 बजे 12 से ज्यादा अधिवक्ताओं के खिलाफ विभिन्न धाराओं में रिपोर्ट दर्ज हुई।
बता दें, लालसोट तहसील कार्यालय में मंगलवार दोपहर 3:30 बजे जमकर हंगामा हुआ। वकील नारेबाजी करते हुए तहसीलदार के चैंबर में घुसे। आरोप है कि वकीलों ने तहसील ऑफिस में घुसकर तहसीलदार के साथ मारपीट की। इधर, वकीलों ने भी तहसीलदार पर अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाया है। तहसीलदार अमितेश मीणा राजस्व कर्मियों के साथ थाने रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचे। रिपोर्ट दर्ज नहीं होने पर तहसीलदार अन्य कर्मियों के साथ लालसोट थाने के बाहर धरने पर बैठ गए।
पांच घंटे बाद मामला दर्ज हुआ
इस दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दिनेश अग्रवाल, अतिरिक्त जिला कलेक्टर मनमोहन मीणा, उपखंड अधिकारी विजेंद्र मीणा सहित पुलिस व प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहे और समझाइश का प्रयास भी किया। हालांकि तहसीलदार और राजस्वकर्मी रिपोर्ट दर्ज करवाने की मांग पर अड़े रहे। अंततः करीब साढ़े पांच घंटे बाद रात 10:30 बजे बार एसोसिएशन अध्यक्ष सहित एक दर्जन से अधिक अधिवक्ताओं के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज हुई।
लालसोट डीएसपी को सौंपी जांच
एएसपी दिनेश अग्रवाल ने बताया कि तहसीलदार अमितेश मीणा की ओर से उनके चेंबर में हुए घटनाक्रम को लेकर प्राथमिक रिपोर्ट दर्ज करवाई गई है। इसमें मारपीट, राजकार्य में बाधा, एससी-एसटी एक्ट सहित कई गंभीर धाराएं लगाई गई हैं। मामले की जांच लालसोट डीएसपी को सौंपी गई है।
दूसरी ओर तहसीलदार अमितेश मीणा ने कहा कि यदि एक कार्यपालक मजिस्ट्रेट ही सुरक्षित नहीं है तो आम आदमी का क्या होगा। अधिवक्ता नारेबाजी व गुंडागर्दी करते हुए उनके चेंबर में घुसे, उनके और राजस्वकर्मियों के साथ मारपीट व हाथापाई की और कपड़े तक फाड़ दिए। साथ ही सरकारी दस्तावेज भी क्षतिग्रस्त किए गए। इस घटनाक्रम को लेकर उन्होंने लालसोट थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई है।