दिल्ली में BMW कार एक्सीडेंट की आरोपी गगनदीप कौर (38) के ब्लड सैंपल में अल्कोहल की पुष्टि नहीं हुई है। पुलिस ने बताया कि महिला की रिपोर्ट निगेटिव आई है। जिस BMW से हादसा हुआ, वह गगनप्रीत के पति परीक्षित मकक्ड़ (40) की है। इसी साल दिसंबर में कार का इंश्योरेंस भी खत्म होने वाला है।
इधर, BMW की चपेट में आए वित्त मंत्रालय में डिप्टी सेक्रेटरी नवजोत सिंह (52) का मंगलवार शाम को अंतिम संस्कार कर दिया गया। मंगलवार को ही मृतक नवजोत के बेटे नवनूर का 22वां बर्थडे था। उसने अपने बर्थडे के दिन पिता का अंतिम संस्कार किया। नवजोत का दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में पोस्टमार्टम किया गया।
नवजोत सिंह रविवार दोपहर में अपनी पत्नी संदीप कौर के साथ बंगला साहिब गुरुद्वारे से लौट रहे थे, जब दिल्ली कैंटोनमेंट मेट्रो स्टेशन के पास एक BMW कार ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। हादसे के वक्त गगनदीप कौर कार चला रही थी। वह कपल को लगभग 19 किलोमीटर दूर एक अस्पताल ले गई।
हालांकि, कुछ ही देर बाद नवजोत की मौत हो गई। गंभीर रूप से घायल उनकी पत्नी का इलाज चल रहा है। आरोपी गगनदीप को दो दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया था। आज उसकी जमानत याचिका पर सुनवाई होगी। उसने कहा है कि हादसा पूरी तरह से अनजाने में हुआ था।
स्ट्रेचर पर लेटी पत्नी नवजोत की बॉडी देख रो पड़ीं
हादसे में नवजोत की पत्नी संदीप कौर की कई हड्डियां टूट गई हैं। मंगलवार को नवजोत को अंतिम संस्कार के लिए ले जाते समय स्ट्रेचर पर बंधी संदीप रो पड़ीं। वो स्ट्रेचर से उठ कर पति को छूने और गले लगाने की कोशिश कर रही थीं।
हादसे वाले दिन नवजोत और संदीप बंगला साहिब गुरुद्वारे में दर्शन करने गए थे। वहां से आर.के.पुरम स्थित कर्नाटक भवन में लंच किया। इसके बाद प्रताप नगर स्थित अपने घर लौट रहे थे। तभी बेकाबू BMW कार ने उनकी बाइक को पीछे से टक्कर मार दी।
आरोपी बोली- घबरा गई थी, इसलिए 20 किमी दूर अस्पताल ले गई
गगनप्रीत ने पूछताछ में दावा किया कि हादसा कैसे हुआ, उसे याद नहीं है। पुलिस ने जब उससे पूछा गया कि वह घायल नवजोत और उनकी पत्नी को पास के अस्पताल क्यों नहीं ले गई, तो उसने बताया कि वह घबरा गई थी और जीटीबी नगर अस्पताल से परिचित थी, क्योंकि उसके बच्चे कोविड-19 के दौरान वहां भर्ती थे।
गगनप्रीत पर भारतीय न्याय संहिता के तहत गैर इरादतन हत्या, लापरवाही से गाड़ी चलाने और साक्ष्यों से छेड़छाड़ के आरोप हैं। उसके वकील ने कोर्ट से कहा कि आरोपी नाबालिग बेटियों की मां हैं। उसका कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड नहीं है।
आरोपी की जमानत याचिका में कहा गया कि दुर्घटना के दौरान उसके सिर में भी चोट लगी थी। उसने जांच में पूरा सहयोग किया है, समाज में उनकी गहरी पहुंच है, और उनके फरार होने या सबूतों से छेड़छाड़ करने की कोई संभावना नहीं है। साथ ही, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 की धारा 480 के तहत, हिरासत में पूछताछ न तो उचित है और न ही जरूरी।
दिल्ली पुलिस ने आरोपी के पति परीक्षित से भी पूछताछ की
दिल्ली पुलिस ने गगनप्रीत कौर के पति परीक्षित कक्कड़ से भी पूछताछ की। परीक्षित ने पुलिस को बताया कि उसे समझ नहीं आ रहा कि दुर्घटना कैसे हुई। परीक्षित के अनुसार, गगनप्रीत ने उसे कहा था कि वह पीड़ितों को अस्पताल ले जा रही है।
परीक्षित के मुताबिक, इसके बाद उसने अपने ससुर को फोन किया और बताया कि पीड़ितों को इलाज की जरूरत है और गगनप्रीत उन्हें लेकर अस्पताल जा रही है। इसके बाद, परीक्षित टैक्सी से अस्पताल पहुंचा। पुलिस अब घटनाक्रम की जांच के लिए बयान और अन्य सबूतों की पुष्टि करेगी।