नालंदा में मतगणना की उलटी गिनती शुरू:14 नवंबर को खुलेगा EVM, पहले पोस्टल वैलेट की होगी गिनती; 10 बजे तक आएंगे रूझान

नालंदा जिले की सातों विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ चुके कैंडिडेट्स की किस्मत का फैसला 14 नवंबर को हो जाएगा। शुक्रवार सुबह आठ बजे से शुरू होने वाली मतगणना के साथ ही यह साफ हो जाएगा कि किस दल और किस प्रत्याशी के सिर पर विजय का ताज सजेगा। फिलहाल राजनीतिक गलियारों से लेकर आम लोगों के बीच अटकलों का दौर जारी है।

नालंदा की सातों विधानसभा सीटों पर कुल 22 लाख 42 हजार 839 मतदाता पंजीकृत थे। इनमें से 13 लाख 41 हजार 376 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया, जो कुल मतदाताओं का 59.81 प्रतिशत है। सभी विधानसभाओं की ईवीएम मशीनें नालंदा कॉलेज स्थित मतगणना केंद्र के विभिन्न हॉल में सुरक्षित रखी गई हैं। इन्हें त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे में रखा गया है।

पोस्टल बैलेट से होगी शुरुआत

मतगणना अधिकारियों के मुताबिक, 14 नवंबर की सुबह आठ बजे मतगणना प्रकिया शुरू होगी। सबसे पहले डाक मतपत्रों यानी पोस्टल बैलेट की गिनती की जाएगी। इसके बाद ईटीबीएस और फिर ईवीएम से प्राप्त मतों की गिनती का दौर चलेगा।

जानकारों का कहना है कि पहला रुझान सुबह 10 बजे तक सामने आना शुरू हो सकता है। दोपहर 12 बजे से एक बजे के बीच यह साफ होने लगेगा कि किस प्रत्याशी की बढ़त बन रही है। अगर सब कुछ सामान्य रहा तो दोपहर दो बजे तक एक-दो विधानसभाओं के अंतिम परिणाम भी घोषित हो सकते हैं।

31-32 राउंड तक जा सकती है गिनती

जिला प्रशासन ने हर विधानसभा क्षेत्र के लिए 14-14 टेबल की व्यवस्था की है। बूथों की संख्या के हिसाब से बिहारशरीफ विधानसभा में मतगणना सबसे लंबी चलेगी, जो 31-32 राउंड तक जा सकती है। वहीं नालंदा विधानसभा में यह 27-28 राउंड तक चल सकती है। सबसे कम राउंड अस्थावां और राजगीर में होंगे, जहां 26-27 राउंड में गिनती पूरी हो सकती है।

सख्त प्रबंध और पारदर्शी प्रक्रिया

मतगणना केंद्र पर बड़ी संख्या में कर्मचारियों और अधिकारियों को तैनात किया गया है। हर विधानसभा के लिए एक टेबल सहायक रिटर्निंग ऑफिसर (एआरओ) के लिए आरक्षित रहेगा। प्रत्येक राउंड की गिनती के बाद रिपोर्ट एआरओ से होते हुए रिटर्निंग ऑफिसर (आरओ) तक पहुंचेगी। आरओ द्वारा मिलान के बाद हर राउंड का ब्योरा निर्वाचन आयोग को भेजा जाएगा और साथ ही माइक पर भी घोषणा कर दी जाएगी।

राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि और उम्मीदवार अपने-अपने गिनती एजेंटों के साथ मतगणना केंद्र पर मौजूद रहेंगे। पूरी प्रक्रिया को पारदर्शी और निष्पक्ष बनाने के लिए प्रशासन ने हर स्तर पर सतर्कता बरती है।

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