नालंदा जिले की सातों विधानसभा सीटों पर 14 नवंबर को होने वाली मतगणना को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। नालंदा कॉलेज में बनाए गए मतगणना केंद्र पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे में रखी गई स्ट्रांग रूम में 68 प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में कैद है।
मतगणना को लेकर प्रत्याशियों ने अपने काउंटिंग एजेंट बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। चुनाव आयोग के नियमानुसार, एक प्रत्याशी अधिकतम 20 काउंटिंग एजेंटों का पास बनवा सकता है। काउंटिंग एजेंट नियुक्त करने के लिए प्रत्याशियों को संबंधित विधानसभा के रिटर्निंग अधिकारी के पास आवेदन जमा करना होता है।
मतगणना व्यवस्था को देखें तो प्रत्येक विधानसभा में 14-14 टेबल लगाए गए हैं। इस तरह हर प्रत्याशी का एक-एक एजेंट प्रत्येक टेबल पर मौजूद रहेगा। इसके अलावा एक अभिकर्ता सहायक रिटर्निंग अधिकारी के टेबल के पास भी तैनात रहेगा। पोस्टल बैलेट की गिनती के लिए बनाई गई पांच टेबलों के लिए भी प्रत्याशी अलग से एक-एक काउंटिंग एजेंट रख सकते हैं।
पारदर्शी मतगणना की व्यवस्था
काउंटिंग एजेंट प्रत्याशियों के हितों की रक्षा करते हुए मतों की गिनती पर पैनी नजर रखते हैं। मतगणना के दौरान हर राउंड में मतों की संख्या एजेंटों को पढ़कर सुनाई जाती है। साथ ही इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन के डिस्प्ले पर आंकड़े दिखाए जाते हैं ताकि सभी एजेंट इसे स्पष्ट रूप से देख सकें और किसी प्रकार की शंका न रहे। यदि किसी एजेंट को कोई आपत्ति हो तो वह तुरंत इसे दर्ज करा सकता है। पूरी प्रक्रिया पारदर्शिता के साथ संपन्न कराने के निर्देश दिए गए हैं।
59.11 फीसद रहा मतदान
सातों विधानसभा क्षेत्रों में कुल 22 लाख 42 हजार 865 मतदाता पंजीकृत थे, जिनमें से 13 लाख 41 हजार 376 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इस प्रकार ओवरऑल 59.11 फीसद मतदान हुआ। उल्लेखनीय है कि इस बार महिला मतदाताओं ने पुरुषों को पीछे छोड़ दिया। 60.93 फीसद महिलाओं यानी 6 लाख 46 हजार 550 महिलाओं ने मतदान किया, जबकि 58.80 फीसद पुरुषों यानी 6 लाख 94 हजार 822 पुरुष मतदाताओं ने अपने मत डाले।
कुल 2769 बूथों पर मतदान कराया गया। सर्वाधिक 445 बूथ बिहारशरीफ विधानसभा में हैं, जबकि हरनौत में 401, इस्लामपुर में 390, हिलसा और नालंदा में 389-389, राजगीर में 381 और अस्थावां में 370 बूथ हैं। बूथों की संख्या के अनुसार बिहारशरीफ की मतगणना 31 से 32 राउंड में पूरी होने की संभावना है, जबकि अस्थावां और राजगीर की मतगणना 26-26 राउंड में पूरी हो सकती है।
अभेद्य सुरक्षा व्यवस्था
नालंदा कॉलेज परिसर में बनाए गए स्ट्रॉंग रूम को अभेद्य किले में तब्दील कर दिया गया है। त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे में ईवीएम और वीवीपैट को सील करके रखा गया है। पूरे परिसर में सीसीटीवी कैमरों की निगरानी है। तीन स्तरों पर पुलिस के जवान तैनात हैं और कॉलेज के बाहर ड्रॉप गेट लगाकर अतिरिक्त सुरक्षा सुनिश्चित की गई है।
जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने बताया कि स्ट्रांग रूम में दोहरी तालाबंदी की गई है और तीन लेयर में सुरक्षाकर्मी तैनात हैं। प्रत्याशियों के अभिकर्ता भी वहां मौजूद रहकर निगरानी कर रहे हैं ताकि पारदर्शिता बनी रहे और किसी प्रकार की छेड़छाड़ न हो सके।
14 नवंबर की सुबह सक्षम अधिकारियों और प्रतिनिधियों की उपस्थिति में स्ट्रॉंग रूम खोला जाएगा और अस्थावां, बिहारशरीफ, राजगीर, इस्लामपुर, हिलसा, नालंदा और हरनौत विधानसभाओं की मतगणना शुरू होगी। प्रत्याशियों के साथ-साथ जिले की जनता को भी चुनावी परिणामों का बेसब्री से इंतजार है।