पंजाब के बाढ़ प्रभावितों को दिवाली से पहले मुआवजा देने के वायदे को पूरा करने में सरकार जुट गई है। आज पूरे राज्य में 13 मंत्रियों को बाढ़ प्रभावितों को मुआवजा राशि के चेक लोगों को सौंपने की जिम्मेदारी सौंपी है। यह सारी कार्रवाई मिशन पुनर्वास के तहत वितरित की जाएगी।
सीएम भगवंत मान ने अजनाला में 631 किसानों को 5.70 करोड़ रुपए के चेक वितरित कर मिशन पुनर्वास की शुरुआत की थी।
1987 के बाद पंजाब में भीषण बाढ़
पंजाब में 1987 के बाद अगस्त में भयंकर बाढ़ आई थी। इसमें राज्य के 23 जिले प्रभावित हुए थे। इसके बाद सरकार ने खुद इसे आपदाग्रस्त घोषित किया था। पांच लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए थे। जैसे ही यह स्थिति बनी तो कई राज्यों से मदद पंजाब पहुंचने लगी। वहीं, पंजाबियों ने खुद इस आपदा में मिसाल कायम की।
सिंगर, कलाकारों से लेकर विदेशों में बैठे पंजाबियों ने खुद मदद के हाथ बढ़ाए। साथ ही लोगों को पहले वोट, फिर राशन और अब मकान और खेतों से रेत हटाने में मदद कर रहे हैं।
1600 करोड़ के पैकेज पर हुई राजनीति
पंजाब में आई बाढ़ का मुद्दा देशव्यापी था। इस दौरान पहले केंद्र से कृषि मंत्री शिवराज चौहान ने दौरा किया था। उन्होंने इसे जल प्रलय का नाम दिया था। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहुंचे। उन्होंने 1600 करोड़ के पैकेज का ऐलान किया था। साथ ही कहा कि 12 हजार करोड़ रुपए स्टेट के पास पहले पड़े हुए हैं। इस मुद्दे पर राजनीति हुई।
पंजाब सरकार ने स्पेशल सेशन बुलाया, जिसमें बाढ़ के लिए पंजाब की पुरानी सरकार और केंद्र सरकार की निंदा की। आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सीएम को मिलने का समय नहीं दे रहे हैं। इसके बाद गृह मंत्री अमित शाह से सीएम भगवंत मान ने मुलाकात की।