भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता एक बार फिर देखने को मिली। सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने गश्त के दौरान मुरार बॉर्डर क्षेत्र में एक संदिग्ध व्यक्ति को पकड़ा। सूत्रों के अनुसार, पकड़े गए व्यक्ति की पहचान बिहार के अररिया जिले के निवासी मोहम्मद इकबाल (40) के रूप में हुई है।
BSF जवानों ने गुरुवार देर शाम सीमा क्षेत्र में उसकी संदिग्ध गतिविधियों को देखते हुए तुरंत उसे रोक लिया और पूछताछ की। प्रारंभिक पूछताछ में वह अपने जैसलमेर आने और बॉर्डर क्षेत्र तक पहुंचने के बारे में स्पष्ट जवाब नहीं दे सका।
BSF ने पूछताछ पूरी करने के बाद मोहम्मद इकबाल को आगे की जांच के लिए शाहगढ़ पुलिस थाना पुलिस को सुपुर्द कर दिया है। फिलहाल पुलिस और खुफिया एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि वह व्यक्ति सीमावर्ती इलाके तक कैसे और क्यों पहुंचा।
पागलों जैसी हरकतें कर रहा इकबाल सूत्रों का कहना है कि प्रारंभिक जांच में कोई अवैध वस्तु बरामद नहीं हुई है, लेकिन उसकी मंशा और यहां आने का उद्देश्य संदिग्ध प्रतीत हो रहा है। अब शाहगढ़ पुलिस पूछताछ के बाद उसको संयुक्त जांच कमेटी के सुपुर्द करेगी। जहां सभी सुरक्षा एजेंसियां इकबाल से बॉर्डर तक आने के कारणों की पड़ताल करेगी। बताया जा रहा है कि पकड़े जाने पर वो पागलों जैसी हरकतें करने लगा।
सरहद पर सीमा सुरक्षा बल मुस्तैद जैसलमेर जैसी संवेदनशील सीमा पर इस तरह के मामलों को लेकर सुरक्षा बलों ने गश्त और भी बढ़ा दी है। सीमा क्षेत्र में किसी भी अज्ञात व्यक्ति की आवाजाही पर सख्त निगरानी रखी जा रही है। यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तैनात BSF जवान हर समय सतर्क हैं और किसी भी संदिग्ध गतिविधि को लेकर तुरंत कार्रवाई करने में सक्षम हैं।
जैसलमेर में इस साल अब तक 5 जासूस पकड़े जा चुके
- 26 मार्च: पहलगांव आतंकी हमले से पहले राजस्थान इंटेलिजेंस ने चांधन फील्ड फायरिंग रेंज के करीब करमों की ढाणी निवासी पठान खान को ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट के तहत गिरफ्तार किया था।
- 28 मई : राजस्थान इंटेलिजेंस ने पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में कांग्रेस के पूर्व मंत्री सालेह मोहम्मद के निजी सहायक रहे और सरकारी कर्मचारी शकूर खान को डिटेन किया और 3 जून को गिरफ्तार किया।
- 4 अगस्त : जैसलमेर में DRDO के गेस्ट हाउस मैनेजर महेंद्र प्रसाद को पाकिस्तानी हैंडलर को भारतीय सेना की खुफिया जानकारियां भेजने पर पकड़ा।
- 20 अगस्त: जैसलमेर में जांच एजेंसियों ने जासूसी के आरोप में जीवन खान (25) पकड़ा था। आरोपी एक रेस्टोरेंट में काम करने आया था। वह पाकिस्तानी नंबरों पर किसी से बात कर रहा था और उसके मोबाइल में कई पाकिस्तानी नंबर सेव मिले।
- 25 सितंबर: जैसलमेर से एक जासूस हनीफ खान को गिरफ्तार किया है। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई को भारतीय सेना से जुड़ी गोपनीय सूचनाएं भेज रहा था।
पाकिस्तान जासूसों से क्या डिमांड करता है?
एक्सपर्ट के अनुसार युद्ध के समय हर छोटी से छोटी जानकारी दुश्मन देश के लिए महत्वपूर्ण होती है। जासूस सीमावर्ती क्षेत्रों में हर तरह की जानकारी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के एजेंटों को शेयर करते हैं।
- सेना का मूवमेंट : सबसे महत्वपूर्ण जानकारी सेना की मूवमेंट से लेकर उनके ठिकानों की साझा करते हैं। साथ ही सैन्य स्ट्रक्चर, तैनाती, फेंसिंग, बीओपी आदि की लोकेशन, फोटो और डिटेल साझा करते हैं।
- ऐसी डिटेल शेयर करने वाले कई जासूसों को बीएसएफ की जानकारी, मुखबिर की जानकारी पर पुलिस व सुरक्षा एजेंसियों ने पकड़ा है।
- ब्रिज, सैन्य ठिकाने और सैन्य सड़कों का नेटवर्क : अंतर्राष्ट्रीय सीमा से लगते क्षेत्रों में बिल्डिंग का कंस्ट्रक्शन हो या सैन्य संबंधी कोई कंस्ट्रक्शन, साथ ही अंडर ब्रिज, ऑवर ब्रिज, सड़क आदि के निर्माण की डिटेल भी जासूस पाकिस्तान में शेयर करते हैं।
- स्कूल, हॉस्टल, बिल्डिंग्स : जासूसों से आर्मी एरिया में स्थापित स्कूल, हॉस्टल और अन्य एडमिन बिल्डिंग की फोटो व लोकेशन की डिमांड की जाती है। सीमावर्ती क्षेत्र में मोबाइल टावर की लोकेशन उसकी फोटो आदि भी यह जासूस पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के एजेंटों को साझा करते हैं।