हरियाणवी फिल्मों के मशहूर अभिनेता और डायरेक्टर उत्तर कुमार को यौन उत्पीड़न के गंभीर मामले में डासना जेल में बंद हैं। गाजियाबाद कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा है। मंगलवार को गाजियाबाद कोर्ट में पेशी के दौरान जमानत याचिका खारिज होने के बाद पुलिस ने उन्हें सीधा जिला कारागार भेज दिया था।
उत्तर कुमार को 16 सितंबर की सुबह कौशांबी स्थित निजी अस्पताल से डिस्चार्ज कर पुलिस जिला अस्पताल लाई थी, जहां स्वास्थ्य जांच पूरी की गई। न्यायालय में आरोपी उत्तर कुमार ने खुद खड़े होकर अपने बचाव में बहस की।
नोएडा की रहने वाली है रेप पीड़िता
एसीपी इंदिरापुरम अभिषेक श्रीवास्तव ने बताया कि यह मामला 18 जुलाई 2025 की लिखित तहरीर पर आधारित है। पीड़िता ने थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि डायरेक्टर उत्तर कुमार ने शादी और बड़े प्रोजेक्ट्स में काम दिलाने का झांसा देकर मेरे साथ रेप किया।
इसी आधार पर थाना शालीमार गार्डन पुलिस ने आरोपी पर आईपीसी की धारा 376 और 506 धमकी के साथ-साथ एससी/एसटी एक्ट की धारा 3(2)(5) के तहत मुकदमा दर्ज किया। पुलिस टीम ने 15 सितंबर को उत्तर कुमार को अमरोहा स्थित फार्महाउस से गिरफ्तार किया और आवश्यक कानूनी प्रक्रिया पूरी की।
पीड़िता के बयान के आधार पर हुई कार्रवाई
आरोपी उत्तर कुमार (उम्र 52 वर्ष) गाजियाबाद के लोनी बॉर्डर थाना क्षेत्र के बेहटा गांव का रहने वाला है। रेप पीड़िता ने 6 सितंबर को मुख्यमंत्री आवास के बाहर आत्मदाह का प्रयास किया था, जिसके बाद डीजीपी ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए गाजियाबाद पुलिस कमिश्नर को कड़ी निर्देश दिए थे।
एसीपी व प्रभारी पर हो सकती है कार्रवाई
रेप पीड़िता के लखनऊ में आत्मदाह का प्रयास करने के मामले में गाजियाबाद के शालीमार गार्डन थाना प्रभारी और एसीपी पर जल्द ही कार्रवाई हो सकती है। जैसे ही मुख्यमंत्री के यहां पीड़िता ने पेट्रोल डालकर 6 सितम्बर को आत्मदाह का प्रयास किया तो डीजीपी ने तत्काल ही पूरे प्रकरण की रिपोर्ट मांग ली।
पीड़ित दलित बिरादरी से है इसलिए और भी मामला तूल पकड़ गया। डीजीपी ने इस मामले में कड़ी नाराजगी जाहिर की, जिसके बाद दोबारा विवेचना कराते हुए एक दूसरे सर्किल के एसीपी से इसकी विवेचना कराई गई।
फिर पीड़िता के बयान के आधार पर ही उत्तर कुमार की अरेस्टिंग की गई। 183 के युवती द्वारा कोर्ट के बयान के आधार 9 दिन बाद गाजियाबाद पुलिस ने नाटकीय ढंग से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।