कैसरगंज के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह के दोनों बेटे प्रतीक और करण ने सीएम योगी से शनिवार को मुलाकात की। 4 दिन पहले बृजभूषण शरण सिंह भी सीएम से मिले थे। पूर्व सांसद के परिवार की एक सप्ताह में दूसरी बार योगी से मुलाकात से राजनीतिक हलकों में हलचल शुरू हो गई है।
सूत्रों के मुताबिक, बृजभूषण के बड़े बेटे विधायक प्रतीक भूषण सिंह आगामी मंत्रिमंडल विस्तार में मंत्री बनना चाहते हैं। सीएम योगी की सहमति के बिना प्रतीक का मंत्री बनना संभव नहीं है। वहीं योगी और बृजभूषण की राजनीतिक अदावत का नुकसान न केवल राजनीति बल्कि व्यापार में भी बृजभूषण के परिवार को हो रहा है।
अब करण को लेकर पहुंचे प्रतीक
बृजभूषण शरण सिंह खुद यह कह चुके हैं कि उनके बड़े बेटे प्रतीक की तुलना में छोटे बेटे एवं सांसद करण भूषण सिंह के योगी से ज्यादा अच्छे रिश्ते हैं। सूत्रों के मुताबिक प्रतीक भूषण करण को साथ लेकर मुलाकात करने पहुंचे। फोटो में भी मुख्यमंत्री करण से ही संवाद करते नजर आ रहे हैं।
प्रतीक बोले- कोई पॉलिटिकल चर्चा नहीं हुई
विधायक प्रतीक भूषण ने सीएम योगी से मुलाकात को लेकर दैनिक भास्कर से कहा कि कोई पॉलिटिकल चर्चा नहीं हुई। अयोध्या और देवीपाटन मंडल से संबंधित लोक निर्माण विभाग की समीक्षा बैठक में हम लोग शामिल हुए थे। इसके बाद में हम दोनों भाइयों ने सीएम से मुलाकात की थी। सीएम योगी से ढेमवा घाट संपर्क मार्ग बनाए जाने की मांग की है।
रिश्ते सुधारे के लिए पूरी ताकत लगा रहे बृजभूषण
पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह और उनके परिवार ने फिलहाल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से दोबारा रिश्ते ठीक रखने के लिए सारी ताक़त लगा दी है। पुरानी यादों और नई पीढ़ी के प्रयासों से हो रही इन मुलाकातों के पीछे गोंडा और देवीपाटन का सियासी और आर्थिक गणित है।
फिलहाल लगातार हो रही इतनी मुलाकातों से इतना तो तय की बृजभूषण और योगी के रिश्तों के मध्य जमी बर्फ पिघलने लगी है।
बृजभूषण ने कहा था- मुझे बुलाया था
सीएम से मुलाकात के बाद बृजभूषण ने 22 जुलाई को मीडिया में दो टूक कहा- जो बड़ा होता है, झुकना उसे ही पड़ता है। वो सीएम हैं, झुकना उन्हें ही पड़ेगा। बृजभूषण ने बातचीत में कहा कि 29 दिसंबर, 2022 को मैं सीएम के यहां गया था।
गोंडा के नंदनी नगर में उनका कार्यक्रम मांगा था। कुछ ऐसी परिस्थिति हुई कि 6 जनवरी, 2023 को एक अधिकारी से सूचना मिली कि सीएम योगी नहीं आ पाएंगे। इससे मुझे थोड़ा अच्छा नहीं लगा। मैंने कहा कि अब जब तक वह खुद नहीं बुलाएंगे, तब तक उनसे मिलने नहीं जाएंगे।
बृजभूषण सिंह ने कहा कि इसके बाद मेरी सीएम से बात नहीं हुई। बात करने की कोशिश भी नहीं की। अगर कोशिश करते तो बात हो जाती। इंतजार था कि जब सीएम बुलाएंगे, तब ही जाएंगे।
उन्होंने कहा कि वो बड़े हैं तो झुकना तो उन्हें ही पड़ेगा। हम तो चौराहे पर खड़े हैं। कबीरा खड़ा बाजार में मांगे सबकी खैर, न काहू से दोस्ती न काहू से बैर। हम तो खाली हैं ना। बुलावा आया हम मिलने गए।
इधर, सीएम ऑफिस ने भी बृजभूषण शरण सिंह से मुलाकात की तस्वीर को जारी नहीं किया, लेकिन शुक्रवार को करण और प्रतीक से मुख्यमंत्री की मुलाकात की तस्वीर बाकायदा जारी हुई। तस्वीर में मुख्यमंत्री योगी दोनों करण और प्रतीक के साथ बेहद सहज है।