अमेरिका के साथ टैरिफ वार के चलते डाक विभाग ने अमेरिका में रह रहे भारतीयों एवं अन्य लोगों के लिए किसी भी प्रकार का सामान भेजना पूरी तरह से बंद कर दिया है। इसका कारण वस्तुओं पर लगने वाले कस्टम को बढ़ाया जाना बताया जा रहा है। वहीं इसके चलते न तो वहां रह रहे लोगों के पास दवाई पहुंच रही हैं और न ही किसी प्रकार के दस्तावेज।
इसके अलावा गिफ्ट व अन्य जरूरत की वस्तुएं भी अब पूरी तरह से भेजना बंद कर दिया है। ऐसे में अमेरिका में रह रहे लोगों को अब भारत से मिलने वाला सामान उपलब्ध नहीं हो रहा है और उन्हें जरूरत की वस्तुएं पाने के लिए अन्य विकल्पों का सहारा लेना पड़ रहा है।
पहले 8 हजार रुपए तक सामान भेज रहे थे लाेग
बता दें कि, इससे पहले डाक विभाग ने केवल 100 डॉलर अर्थात 8 हजार रुपए से अधिक के सामान को अमेरिका में भेजना बंद किया था, लेकिन अब मुख्यालय की ओर से पत्र जारी किया गया है। जिसमें सभी डाकघरों से हर प्रकार का सामान भेजना बंद करने को कहा गया है।
प्रदेश से रोजाना जा रही थी 250 से 300 डाक
जानकारी के अनुसार, हरियाणा के हजारों की संख्या में लोग अमेरिका में रह रहे हैं। प्रदेश में इस समय 30 मुख्य डाकघर हैं, जिनसे रोजाना 250 से 300 डाक अमेरिका में जा रही थी। अब यहां से किसी भी प्रकार की डाक अमेरिका के लिए नहीं भेजी जा रही है।
इसका बड़ा कारण यह भी है कि यहां से अगर कोई व्यक्ति एक हजार रुपए का सामान अमेरिका में भेजता है, तो कस्टम लगने के बाद वहां के रह रहे लोगों को वह सामान डेढ़ गुना रेट में उपलब्ध हो रहा है। पहले जहां इस पर 25 प्रतिशत तक कस्टम लग रहा था, अब इसे बढ़ाकर 50 प्रतिशत तक कर दिया गया है। जिससे डाक विभाग ने सामान भेजने से किनारा कर लिया है।
उच्चाधिकारियों के आए आदेश
कैथल के मुख्य डाकघर के पोस्ट मास्टर संजय सोनी ने बताया कि 25 अगस्त के बाद से 8000 रुपए तक का सामान अमेरिका में भेजा जा रहा था, जिसमें विशेष कर गिफ्ट आइटम या फिर दस्तावेज शामिल थे।
अब पूरी तरह से सामान भेजना बंद कर दिया गया है। चाहे वह कितने ही रुपए कीमत का क्यों न हो। इस संबंध में उनके पास उच्चाधिकारियों के आदेश आए हैं। उन्होंने बताया कि आगामी आदेशों तक यही नियम लागू रहेगा।