भिवानी के गांव ढाणी लक्ष्मण निवासी मनीषा मौत मामले में मंगलवार को गांव में पंचायत रखी गई है। जिसमें गांव ढाणी लक्ष्मण सहित आसपास के गांवों से भी लोग पहुंचेंगे। मनीषा के पिता संजय ने कहा कि यह पंचायत जांच में तेजी लाने के लिए रखी गई है। काफी समय हो गया, लेकिन सीबीआई भी अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर पाई। पंचायत के माध्यम से जांच में तेजी लाने व दोषियों को उजागर करके गिरफ्तार करने की मांग रखी जाएगी।
बता दें कि गांव ढाणी लक्ष्मण निवासी करीब 19 वर्षीय शिक्षिका मनीषा की मौत मामले में CBI की जांच जारी है। जो जांच के लिए 3 दफा भिवानी आ चुकी है और अपने स्तर पर जांच कर चुकी है। वहीं CBI की टीम 27 अक्टूबर सोमवार को भिवानी से दिल्ली लौट गई। इसके बाद दिल्ली में ही रहकर अपने स्तर पर जांच कर रही है।
मनीषा को लापता होने के दिन को 93 दिन हो चुके हैं और शव मिले 91 दिन हो चुके हैं। वहीं सीबीआई की टीम को भिवानी पहुंचकर जांच शुरू किए भी 70 दिन हो चुके हैं। लेकिन सीबीआई की तरफ से अभी तक कोई ऑफिशियल जानकारी सांझा नहीं की गई।
11 अगस्त को लापता हुई थी मनीषा
गांव ढाणी लक्ष्मण निवासी संजय ने बताया था कि उसकी बेटी मनीषा 11 अगस्त को प्ले स्कूल में ड्यूटी पर गई थी। इसके बार वह नर्सिंग कॉलेज में एडमिशन के लिए जाने की बात कहकर गई थी। जिसके बाद मनीषा घर नहीं लौटी। इसके बाद 13 अगस्त को मनीषा का शव गांव सिंघानी के खेतों में पड़ा हुआ मिला।
इसके बाद परिवार ने हत्या का आरोप लगाया और पुलिस ने हत्या का केस दर्ज किया। लोगों ने मनीषा को न्याय दिलाने के लिए धरना प्रदर्शन किया। वहीं 18 अगस्त को पुलिस ने इसे आत्महत्या बताया। वहीं लोगों का विरोध बढ़ गया। इसके बाद बढ़ते आंदोलन को देखते हुए मनीषा का तीसरी बार दिल्ली एम्स में पोस्टमॉर्टम करवाया और जांच CBI को सौंप दी।
3 सितंबर को पहली बार आई थी सीबीआई
CBI की जांच शुरू होने के बाद 3 सितंबर को टीम पहली बाद दिल्ली से भिवानी पहुंची थी। इसके बाद लगातार सीबीआई की टीम जांच में जुटी हुई है। इसी जांच के दौरान CBI की टीम 2 बाद दिल्ली लौट चुकी है। वहीं CBI की टीम फिर से तीसरी बार दिल्ली से भिवानी पहुंची है। CBI की टीम मनीषा मौत मामले की जांच कर रही है।