दुनिया के सबसे अमीर शख्स इलॉन मस्क को उनके 2018 के पेमेंट पैकेज के मामले में बड़ी जीत मिली है। डेलावेयर सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को निचली अदालत के उस फैसले को पलट दिया, जिसमें मस्क के 56 अरब डॉलर के कंपनसेशन पैकेज को रद्द कर दिया था। टेस्ला के शेयर्स की कीमत बढ़ने से अब इस पैकेज की कीमत करीब 139 अरब डॉलर (करीब 12 लाख करोड़ रुपए) हो गई है।
निचली अदालत ने लगभग दो साल पहले इस डील को ‘अकल्पनीय’ बताते हुए रोक दिया था। इस फैसले ने मस्क को बड़ी राहत दी है। अब इस फैसले के बाद टेस्ला पर मस्क का कंट्रोल और मजबूत हो जाएगा, जिसे वे अपनी मुख्य चिंता बताते रहे हैं।
कोर्ट ने कहा- मस्क को बिना कंपनसेशन के छोड़ना गलत था
सुप्रीम कोर्ट ने अपने 49 पेज के फैसले में कहा कि 2024 की शुरुआत में पेमेंट पैकेज को पूरी तरह से रद्द करने का फैसला मस्क के लिए अनुचित और अन्यायपूर्ण था। कोर्ट ने कहा कि पैकेज को रद्द करने से मस्क को छह साल की उनकी मेहनत के लिए कोई मुआवजा नहीं मिलता।’
शुक्रवार को बाजार बंद होने पर टेस्ला के शेयर प्राइस के आधार पर 2018 के इस पैकेज की मौजूदा कीमत लगभग 139 अरब डॉलर है। टेस्ला के निवेशक डीपवाटर एसेट मैनेजमेंट के मैनेजिंग पार्टनर जीन मुंस्टर ने कहा कि के लिए यह एक जीत है क्योंकि उन्हें कंपनी पर कंट्रोल तेजी से मिलेगा।
कंपनी में हिस्सेदारी बढ़कर 18.1% हो जाएगी
अगर मस्क 2018 के पैकेज से मिले सभी स्टॉक ऑप्शंस का इस्तेमाल करते हैं, तो टेस्ला में उनकी हिस्सेदारी मौजूदा 12.4% से बढ़कर 18.1% हो जाएगी। हालांकि, उन्हें इन शेयरों को हासिल करने के लिए कंपनी के परफॉर्मेंस से जुड़े लक्ष्य पूरे करने होंगे। इस मामले पर टेस्ला ने तुरंत कोई टिप्पणी नहीं की है, लेकिन मस्क ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट किया, ‘मैं सही साबित हुआ ।’
क्या है 2018 का पूरा विवाद?
2018 में टेस्ला के बोर्ड ने मस्क के लिए एक बड़े पेमेंट पैकेज को मंजूरी दी थी। इसके तहत, अगर टेस्ला बाजार में कुछ बड़े लक्ष्य हासिल करती है, तो मस्क को बहुत ही डिस्काउंटेड प्राइस पर कंपनी के लगभग 304 मिलियन शेयर खरीदने का ऑप्शन मिलेगा। टेस्ला ने ये सभी लक्ष्य हासिल भी कर लिए थे।
लेकिन जैसे ही शेयरहोल्डर्स ने इस पैकेज को मंजूरी दी, रिचर्ड टॉर्नेटा नाम के एक निवेशक ने इस पर मुकदमा कर दिया। टॉर्नेटा के पास टेस्ला के सिर्फ नौ शेयर थे। 2024 की शुरुआत में, पांच दिन की सुनवाई के बाद डेलावेयर की जज कैथलीन मैककॉर्मिक ने यह कहते हुए पैकेज रद्द कर दिया कि फैसला लेते समय टेस्ला के डायरेक्टर निष्पक्ष नहीं थे और शेयरहोल्डर्स से जरूरी तथ्य छिपाए गए थे।