ग्वालियर में बस स्टैंड पर खाली बस में 27 वर्षीय महिला से दुष्कर्म करने वाले कंडक्टर विष्णु ओझा को पुलिस ने कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है। आरोपी ने कबूल किया है कि जिस तरह से बस में महिला मुस्कुराकर देख रही थी और एक दूसरे से बातचीत के बाद मोबाइल नंबर लिए तो मन बना लिया था कि ग्वालियर पहुंचकर कुछ ऐसा करूंगा।
पीड़िता का इलाज चल रहा है। उसके पेट में इन्फेक्शन हो गया था। महिला से जब पूछा गया कि उसने शोर क्यों नहीं मचाया तो उसने कहा कि वह डर गई थी। उसे दिल्ली का निर्भया कांड याद आ गया था। लगा ऐसा न हो कि आरोपी उसका निर्भया जैसा हाल कर दे।
पति से अलग रह रही है पीड़िता
भिंड के फूफ इलाके की रहने वाली 27 वर्षीय पीड़िता की छह साल पहले शादी शिवपुरी निवासी एक युवक से हुई थी। दो साल का एक बेटा है। कुछ समय से पति उसे परेशान कर रहा था, जिस पर उसने शिवपुरी देहात थाना में शिकायत की थी। फिलहाल भिंड कोर्ट में पति से भरण पोषण का केस चल रहा है।
पति कोर्ट में पेश नहीं हो रहा है। उसका पता लगाने के लिए वह 27 अक्टूबर को भिंड से शिवपुरी देहात के लिए निकली थी।
ग्वालियर से शिवपुरी के बीच हुई थी पहचान
पीड़ित महिला ने पड़ाव पुलिस को बताया- जब मैं ग्वालियर से शिवपुरी के लिए बस में सवार हुई थी तो आगे की सीट पर बैठी थी। तब से ही बस कंडक्टर विष्णु लगातार मुझे देखकर मुस्कुरा रहा था। जिस पर मैंने भी स्माइल दे दी। यहीं मुझसे गलती हो गई। उसने बातचीत करते हुए जान पहचान निकाल ली।
इसके बाद उसने मुझे विश्वास दिलाया कि वह शाम को इसी बस से शिवपुरी होते हुए लौटेगा तो मुझे ले लेगा। मैंने सोचा कि अनजान शहर में कोई पहचान वाला मिल जाएगा तो हिम्मत बनी रहेगी। लेकिन यह नहीं सोचा था कि बस कंडक्टर के मन में क्या चल रहा है।
धमकाया- हमेशा के लिए खामोश कर दूंगा
महिला ने पुलिस को बताया कि जब बस ग्वालियर पहुंची तो कंडक्टर कुछ देर में आने का कहकर चला गया। उसे बस में बैठे रहने के लिए कहा। बस स्टैंड सुनसान था। कुछ देर बाद वह आया तो उसकी आंखों में अलग ही नशा दिख रहा था। उसने बस का गेट लगाया तो महिला ने पूछा- भिंड कब चलेंगे। इस पर बस कंडक्टर ने कहा- पांच मिनट में चलते हैं।
इसके बाद उसने महिला से गंदी हरकत शुरू कर दी। महिला ने शोर मचाने का प्रयास किया तो आरोपी ने धमकाया कि हमेशा के लिए इसी बस में खामोश कर दूंगा।
भागने की तैयारी में था आरोपी कंडक्टर
ग्वालियर पुलिस ने कोर्ट में आरोपी विष्णु ओझा को पेश करने से पहले पूछताछ की। उसने बताया कि महिला बस में बार-बार उसे देखकर मुस्कुरा रही थी। जिस पर उसे लगा कि वह उसे लाइक कर रही है। जब उसने महिला से मोबाइल नंबर मांगा तो उसने दे दिया। इस पर लगा कि महिला उसकी हरकत का विरोध नहीं करेगी।
रेप करने के बाद वह महिला को खाली बस में छोड़ आया था। फिर उसे लगा कि महिला अब पुलिस के पास जा सकती है। इसलिए वह भागने की तैयारी कर रहा था। ट्रेवल्स के मालिक को हिसाब देने के बाद वह निकलने ही वाला था, लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने उसे पकड़ लिया।
बस का पीयूसीसी सर्टिफिकेट निकला एक्सपायर
जिस बस में महिला से रेप हुआ, उसका नंबर MP07 P 0872 है। यह बस जागेंद्र भदौरिया की है। जागेंद्र ने 2013 में बस खरीदी थी। 3 जनवरी 2013 को इसका रजिस्ट्रेशन कराया था। 12 साल 9 महीने पुरानी बस का प्रदूषण सर्टिफिकेट एक्सपायर हो चुका है। 27 अगस्त 2025 तक पीयूसी वैलिड था।
पीड़िता बीमार, अस्पताल में चल रहा इलाज
पड़ाव थाना प्रभारी आलोक भदौरिया ने बताया- घटना के बाद से महिला बीमार है। उसके पेट में दर्द के साथ ही अन्य परेशानी हो रही हैं। जया आरोग्य अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है। वह काफी डरी हुई है।