पंजाब के मोहाली जिले में एक युवक और युवती द्वारा लव मैरिज करने पर पंचायत ने कड़ा फैसला लिया है। सर्वसम्मति से तय हुआ कि कोई भी लड़का या लड़की घर से भागकर आपस में परिवार की सहमति के बिना शादी या कोर्ट मैरिज करवाते हैं, तो उन्हें गांव और आसपास के इलाके में रहने का कोई अधिकार नहीं होगा। उन्हें गांव की सारी सुविधाओं से वंचित कर दिया जाएगा। गांव मानकपुर शरीफ के सरपंच दलबीर सिंह ने बताया कि पंचायत सदस्यों और गांव वासियों की सर्वसम्मति से यह प्रस्ताव पास किया गया है। वहीं, इस मामले में दोनों के परिवारों में भारी नाराजगी के चलते पंचायत और गांव वासियों की सहमति से इस जोड़े को गांव में रहने की अनुमति नहीं दी गई और दोनों परिवारों ने उन्हें घर से बेदखल कर दिया।
हेल्प करने वाले भी पर भी एक्शन
प्रस्ताव में यह भी कहा गया है कि यदि कोई गांववासी ऐसे कपल की मदद करता है या उन्हें शेल्टर देता है, तो उस पर भी पंचायत सख्त कार्रवाई करेगी। पंचायत ने प्रशासन से अपील की है कि अगर मौजूदा समय में कोई कानून तोड़ता है, तो उस पर कार्रवाई की जाए। क्योंकि यह मामला गांव के सभी लोगों की हाजिर में डाला गया है।
प्रस्ताव सजा नहीं, बल्कि भविष्य के लिए चेतावनी
सरपंच ने कहा कि जब परिवार अपने बच्चों से धोखा खाते हैं, तो गांव का विश्वास भी टूटता है। यह प्रस्ताव सजा नहीं, बल्कि भविष्य के लिए चेतावनी है कि ऐसी गलतियों की पुनरावृत्ति न हो। सरपंच ने स्पष्ट किया कि यह फैसला गांव में आपसी भाईचारे और पारिवारिक मूल्यों की रक्षा के लिए लिया गया है, ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं पर रोक लगाई जा सके। फिलहाल, लव मैरिज करने वाला जोड़ा गांव छोड़ चुका है।
शिकायत आने पर कार्रवाई की जाएगी
मोहाली की एडीसी ग्रामीण सोनम चौधरी ने कहा कि प्रशासन के पास इस तरह की कोई भी शिकायत अभी तक नहीं मिली है। अगर कोई युवक या युवती नाबालिग हैं तो परिवार उसका फैसला ले सकता है, लेकिन अगर बालिग है तो फैसला लेने के उनके अधिकार हैं। अगर इस तरह की कोई शिकायत मिलती है, तो कानून के मुताबिक इस पर कार्रवाई की जाएगी।