रामदरबार की आरती में भक्त भी हो सकेंगे शामिल:अभी केवल ऑफलाइन सुविधा, 3 आरतियों में केवल 15-15 भक्तों को अनुमति

भक्तों की बेहद इच्छा को देखते हुए श्रीराम मंदिर ट्रस्ट ने भक्तों को राम दरबार की आरती में शामिल होने की अनुमति दे दी है।

इसके बाद अब भक्त राम मंदिर के प्रथम तल पर प्रतिष्ठित राजा राम के दरबार की आरती में भी श्रद्धालु शामिल हो सकते हैं। भक्तों को यात्री सेवा केंद्रों से ही भौतिक उपस्थिति के आधार पर ही इस आरती के लिए पास जारी किए जा रहे हैं।

लाइव प्रसारण के लिए अनुमति पर करना होगा थोड़ा इंतजार

रामलला की तरह राम दरबार की आरती के भी लाइव प्रसारण के लिए ट्रस्ट ने दूरदर्शन को प्रसारण का अधिकार दे दिया है।

दूरदर्शन की ओर से कैमरे आदि को लगा कर पूरा सेटअप विकसित भी किया जा रहा है। पर अभी इस आरती का प्रसारण होने में अभी चंद दिनों का विलंब बताया जा रहा है।

बताते चले कि राम मंदिर के पहले तल पर स्थान की कमी के कारण अभी केवल 3 आरतियों के लिए प्रतिदिन केवल 15-15 आरती पास ही दिए जा रहे हैं।

निर्माण कार्य संपन्न हो जाने और कारीडोर बन जाने के बाद राम दरबार की आरती में श्रद्धालुओं की संख्या भविष्य में बढ़ाने पर ट्रस्ट विचार करेगा।

अभी तक रामलला की आरती के लिए ट्रस्ट की ओर से प्रतिदिन तीनों आरतियों मंगला, श्रृंगार व शयन के लिए 150-150 पास जारी किए जाते हैं।

यह पास ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों माध्यम से जारी होते हैं। दर्शन शुरू होने के बाद से राम दरबार की आरती में श्रद्धालुओं को सम्मिलित किए जाने की प्रतीक्षा हो रही थी, पर कुछ कार्य बाकी होने के कारण यह संभव नहीं हो पा रहा था।

राम दरबार की आरती के लिए ऑनलाइन पास नहीं मिल सकेंगे

अब जबकि सारे कार्य पूरे हो गए तो ट्रस्ट ने इसकी मंजूरी दे दी है। सूत्रों के अनुसार ट्रस्ट की ओर से वाक इन व्यवस्था के तौर पर भक्तों को आरती में शामिल कराया जा रहा है।

रामजन्मभूमि पथ के बगल स्थित यात्री सेवा केंद्र से प्रतिदिन सुबह 9 बजे राम दरबार की तीनों आरतियों के लिए 15-15 पास जारी किए जा रहे हैं।

दर्शन व आरती पास की व्यवस्था से जुड़े सूत्रों ने बताया कि अभी यह सुविधा केवल भौतिक उपस्थिति के आधार पर ही दी जा रही है। राम दरबार की आरती के लिए ऑनलाइन पास नहीं मिल सकेंगे।

अब जो भी भक्त दर्शन करने आएंगे उन्हें आरती में सम्मिलित होने का मौका मिलेगा। वहीं, लोग राम मंदिर का भी सुगमता से दर्शन कर सकेंगे।

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