रेवाड़ी में केमिकल से भरे टैंकर में आग लगी:हाईवे पर पीछे आती क्रेटा चपेट में आई, 2 कारोबारी जिंदा जले, 2 गंभीर; खाटूश्याम जा रहे थे

हरियाणा के रेवाड़ी में केमिकल से भरा टैंकर अनियंत्रित होकर पलट गया। इसके बाद टैंकर में आग लग गई। इसकी चपेट में पीछे चल रही क्रेटा कार आ गई। कार में सवार 2 कारोबारियों की जिंदा जलने से मौत हो गई।

साथ ही 2 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। आसपास के लोगों ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया। दोनों को दिल्ली एम्स रेफर किया गया है।

हादसा सोमवार देर रात दिल्ली-जयपुर हाईवे (NH-48) पर बनीपुर चौक के पास हुआ। कार सवार लोग उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के रहने वाले थे। वह दर्शन करने के लिए राजस्थान स्थित खाटू श्याम मंदिर जा रहे थे।

3 पॉइंट्स में जानिए कैसे हुआ हादसा…

  • केमिकल बाहर आया, आग भड़की: जानकारी के अनुसार टैंकर दिल्ली से जयपुर की ओर जा रहा था। इसी दौरान बनीपुर चौक के पास टैंकर बेकाबू हो गया। ड्राइवर ने उसे संभालने की काफी कोशिश की, लेकिन वह पलट गया। पलटने के बाद टैंकर में केमिकल बाहर आ गया और तुरंत आग भड़क उठी। आग इतनी तेज थी कि टैंकर के पीछे चल रही कार को अपनी चपेट में ले लिया।
  • लोगों ने कार सवारों को बाहर निकाला: हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीमें मौके पर पहुंचीं। आसपास के लोगों ने कार सवार सभी चारों लोगों को बाहर निकालकर तुरंत एम्बुलेंस की मदद से अस्पताल पहुंचाया। वहां डॉक्टरों ने 2 लोगों को मृत घोषित कर दिया। जबकि, 2 लोगों को गंभीर हालत में भर्ती कर लिया। मृतकों की पहचान गाजियाबाद के दिलशाद गार्डन निवासी संजीव अग्रवाल (41) और पंचवटी निवासी अंशु मित्तल (40) के रूप में हुई है।
  • हाईवे पर ट्रैफिक रोका: टैंकर में लगी आग को बुझाने के लिए पुलिस ने NH-48 पर कुछ देर के लिए ट्रैफिक रोक दिया, ताकि दूसरे वाहन आग की चपेट में न आएं। कड़ी मशक्कत के बाद फायर ब्रिगेड कर्मचारियों ने टैंकर में लगी आग बुझाई।

मृतकों के दोस्त की घटना पर 3 बातें…

  • रात 9 बजे गाजियाबाद से चले थे: हादसे में जान गंवाने वाले संजीव अग्रवाल के दोस्त बालकिशन ने बताया कि वे चारों आपस में दोस्त थे। रात 9 बजे वे खाटूश्याम जाने के लिए निकले थे। रेवाड़ी में उनकी गाड़ी के आगे एक केमिकल का टैंकर चल रहा था। अचानक वह पलट गया, जिससे टैंकर से केमिकल निकलने के बाद आग लग गई।
  • 2 लोगों को दिल्ली एम्स रेफर किया: बालकिशन ने आगे बताया कि केमिकल से फैली आग की चपेट में उनकी कार आ गई। संजीव और अंशु की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि बाकी 2 लोगों को गुरुग्राम के अस्पताल ले जाया गया, जहां से उन्हें दिल्ली एम्स के लिए रेफर कर दिया गया।
  • कपड़े की दुकान चलाते थे संजीव-अंशु: उन्होंने बताया कि संजीव और अंशु दोनों गाजियाबाद में अपनी-अपनी कपड़े की दुकान चलाते थे। संजीव अविवाहित थे और उनके दो भाई और हैं। घर में संजीव ही कमाने वाले थे। अंशु मित्तल दो भाइयों में छोटे थे। उनकी शादी हो चुकी थी और वे एक बेटे और एक बेटी के पिता थे।
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