लाडो लक्ष्मी योजना-पहली किस्त PM से दिलाने की तैयारी:हरियाणा सरकार की प्लानिंग; टाइम के लिए दिल्ली जाएंगे CM सैनी

हरियाणा की लाडो लक्ष्मी योजना की पहली किस्त PM नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से दिलाने की सरकार तैयारी कर रही है। इसको लेकर हरियाणा मुख्यमंत्री ऑफिस (CMO) प्लान तैयार कर रहा है। सीएमओ के सूत्रों का कहना है कि जल्द ही CM नायब सैनी दोनों बड़े नेताओं से टाइम लेने के लिए दिल्ली रवाना होंगे।

योजना के रजिस्ट्रेशन के लिए ऐप लॉन्चिंग की तैयारी सरकार ने पूरी कर ली हैं। 25 सितंबर को एक राज्य स्तरीय समारोह में मुख्यमंत्री इस ऐप को लॉन्च करेंगे। योजना को लेकर किसी प्रकार की लापरवाही न हो इसको देखते हुए संबंधित विभागों की 2 दिन की छुट्टियां तक कैंसिल की जा चुकी हैं।

सरकार योजना को लेकर काफी गंभीर

सरकार इस योजना को लेकर काफी गंभीर है। योजना के क्रियान्वयन में कहीं चूक न हो इसके लिए व्यापक तैयारियां की जा रही हैं। यहां तक कि संबंधित विभागों की छुट्टियां तक सरकार ने कैंसिल कर दी हैं। 22 और 23 सितंबर को पब्लिक हॉलिडे के बाद भी समाज कल्याण विभाग, स्वास्थ्य विभाग और नागरिक संसाधन सूचना विभाग के अधिकारी काम कर रहे हैं। पोर्टल का काम पूरा हो चुका है, अब सीएम पंचकूला से इसकी लॉन्चिंग करेंगे।

इस योजना को लेकर सरकार क्यों गंभीर…

1. विधानसभा चुनाव का वादा पूरा करना जरूरी

लाडो लक्ष्मी योजना के तहत 2100 रुपए महीना दिए जाने का वादा बीजेपी ने 2024 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान किया था। इस वादे को पूरा करने के लिए बीजेपी सरकार की ओर से बजट के दौरान 5000 करोड़ रुपए बजट का भी प्रावधान किया था। अब सरकार इस योजना की पहले साल ही शुरुआत कर लोगों के बीच एक सकारात्मक मैसेज देना चाहती है।

2. बीजेपी का गैर शासित राज्यों तक मैसेज देना

हाल ही में देश में दो राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। पहला बिहार और दूसरा पंजाब है। बिहार चुनाव की अक्टूबर में घोषणा कर दी जाएगी। बिहार के मुकाबले पंजाब में चुनाव में थोड़ी देरी है, लेकिन बीजेपी अभी से ही चुनाव की तैयारी कर रही है। यही वजह है कि हरियाणा की इस योजना की चर्चा बीजेपी के नेता बिहार चुनाव और पंजाब में जाकर कर रहे हैं।

यहां पढ़िए कितनी महिलाएं पहले फेज में होंगी लाभान्वित

सरकार ने इस योजना के पहले फेज में करीब 21 लाख महिलाओं को शामिल करने की योजना बनाई है। इस दायरे में उन महिलाओं को शामिल किया है जिनकी वार्षिक आय एक लाख रुपए से कम है। इस आय के दायरे में आने वाले परिवारों में करीब 21 लाख महिलाओं की उम्र 23 से 60 साल के बीच है। इनमें 23 से 45 साल की अविवाहित महिलाओं की संख्या 2 लाख 82 हजार 635 है, जबकि 23 से 60 साल आयु की विवाहित महिलाओं का आंकड़ा 18 लाख 14 हजार 621 है।

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