पंजाब में लुधियाना के समराला में कबड्डी प्लेयर गुरविंदर सिंह की हत्या कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस गैंग ने कराई। लॉरेंस गैंग ने कत्ल के दूसरे दिन इसकी जिम्मेदारी ली है। इस संबंध में गैंग ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर की है।
जिसमें गैंग ने लिखा कि यह हमारे दुश्मनों का साथ दे रहे थे। इसके अलावा यह भी धमकी दी गई कि जो भी हमारे दुश्मनों का साथ दे रहे हैं, सबकी छाती में गोली मारेंगे। ऐसे लोग खुद ही पीछे हट जाएं वर्ना हमें हटाना अच्छी तरह से आता है।
कबड्डी प्लेयर गुरविंदर गांव मानकी का रहने वाला था। बाइक सवार हमलावरों ने गुरविंदर और उसके साथी धर्मपाल पर अंधाधुंध गोलियां चलाईं थी। जिसमें गुरविंदर की मौत हो गई जबकि धर्मपाल को भी गोली लगी।
पुलिस का कहना है कि हत्या की वजह निजी दुश्मनी हैं। पुलिस ने आरोपियों की पहचान संदीप सिंह, तेजी (निवासी चक सराय, खन्ना), करण (निवासी मादपुर) और सिम्मी (निवासी बालियों) के रूप में की थी। हालांकि अभी कोई गिरफ्तार नहीं हुआ है।
वहीं परिवार की तरफ से अभी तक कबड्डी प्लेयर का अंतिम संस्कार नहीं किया गया है। उनका कहना है कि जब तक कातिल पकड़े नहीं जाते, वह अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।
लॉरेंस गैंग ने सोशल मीडिया पोस्ट में क्या लिखा..
मानकी समराला में जो मर्डर हुआ है, उसकी जिम्मेदारी हैरी बॉक्सर और आरजू बिश्नोई (लॉरेंस बिश्नोई ग्रुप) लेते हैं। ये मर्डर हमारे भाइयों करन मदपुर और तेजी चक ने किया है। बब्बू समराला और उसके साथ वाले, जो हमारे दुश्मन का साथ दे रहे हैं, कान खोलकर सुन लो, तुम्हारे में जो भी मिल गया, उसका भी यही हाल करेंगे।
ये चेतावनी सबके लिए है जाे-जो हमारे दुश्मनों का साथ दे रहे हैं या तो सुधर जाओ या तैयार हो जाओ, अगली गोली तुम्हारी छाती में मारेंगे। हमारी नजर सबके ऊपर है। हमे सबका पता है। कौन किसकी मदद कर रहा है। अच्छा यही रहेगा खुद पीछे हट जाओ नहीं तो हम हटाना अच्छी तरह से जानते हैं। पोस्ट के अंत में गैंगस्टरों के नाम लिखे हुए हैं।
सोमवार रात को नकाबपोश हमलावरों ने की थी हत्या
3 नवंबर, सोमवार देर रात गांव की पुली पर 3 दोस्त नगर कीर्तन को लेकर सड़क की सफाई कर रहे थे। अचानक चार नकाबपोश आए और उन्होंने ताबड़तोड़ गोलियां चलाई। गुरविंदर को पेट में गोली लगी और जबकि उसके साथी धर्मपाल को भी गोली लगी। उन्हें समराला सिविल अस्पताल ले गए और उनकी गंभीर स्थित को देखते हुए पीजीआई रेफर कर दिया गया। इस दौरान गुरविंदर की रास्ते में ही मौत हो गई। धर्मपाल पीजीआई चंडीगढ़ में दाखिल है।
पिता ने कहा- गुरविंदर की रंजिश नहीं थी, गिरफ्तारी तक संस्कार नहीं करेंगे
कबड्डी प्लेयर गुरविंदर के पिता राजिंदर सिंह का कहना है कि उनके बेटे की किसी के साथ निजी दुश्मनी नहीं थी। उन्होंने कहा क उसके साथ जो युवक थे, उनकी दुश्मनी थी। उनके चक्कर में गुरविंदर की जान चली गई। गुरविंदर की मौत के बाद उसका शव सिविल अस्पताल समराला में रखा गया है। पुलिस ने बुधवार को शव का पोस्टमॉर्टम करना था लेकिन उसके परिजनों ने पुलिस को साफ कह दिया कि जब तक उन्होंने आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया तब तक वो शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।
पुलिस बोली- कबड्डी प्लेयर नहीं था, पुलिस का इनकार
खन्ना के एसपी पवनजीत सिंह ने कहा कि गुरविंदर सिंह कबड्डी का खिलाड़ी नहीं था बल्कि वह कबूतर पालने का शौकीन था। इसके जवाब में पिता ने एतराज जताते हुए कहा कि उनका बेटा स्थानीय स्तर पर कबड्डी खेलता था और वह कबूतर पालने का शौक भी रखता था। उसने घर में कबूतर भी पाले हुए थे। पुलिस के यह कहने पर उन्हें सख्त एतराज है कि गुरविंदर कबड्डी का प्लेयर नहीं था।
कांग्रेस बोली- खिलाड़ियों को मेडल के बजाय मिल रही गोलियां
कांग्रेस के विधायक व हॉकी टीम के पूर्व कप्तान परगट सिंह ने कबड्डी खिलाड़ियों पर हो रही फायरिंग पर गंभीर सवाल खड़े किए। परगट सिंह ने कहा क पंजाब में हमारे कबड्डी खिलाड़ी मेडल जीतने के बजाय अब गोलियों का निशाना बन रहे हैं। पहले संदीप सिंह, फिर तेजपाल सिंह और अब गुरिंदर सिंह। सरकार कितने परिवार उजाड़ने के बाद जागेगी? कानून-व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है। इन लगातार हो रहे हत्याओं की जिम्मेदारी कौन लेगा?।