वाराणसी में फर्जी कॉल सेंटर, मुंह छिपाते रहे 32 लड़के-लड़कियां:पुलिस ने एक घंटे तक फर्श पर बैठाए रखा, निवेश-लोन के नाम पर करते थे ठगी

वाराणसी में फर्जी कॉल सेंटर पकड़ा गया है। 32 युवक-युवतियों को हिरासत में लिया गया है। गुरुवार रात 12 बजे पुलिस की 5 गाड़ियां पहुंचीं तो हड़कंप मच गया। आसपास के लोग घरों से बाहर निकल आए। पुलिस ने कॉल सेंटर को घेर लिया।

अंदर गई तो नजारा ही अलग था। पूरे हॉल में युवक और युवतियां कॉलिंग में जुटे थे। पुलिस ने सभी से कॉल काटने को कहा, फिर सभी को कंप्यूटर से दूर हटाकर एक जगह इकट्ठा किया। करीब एक घंटे तक फर्श पर बैठाए रखा। इस दौरान सभी रुमाल और हाथ में मुंह छिपाए नजर आए।

पुलिस जांच में सामने आया कि साइबर ठगी के लिए कॉल सेंटर का इस्तेमाल हो रहा था। लोगों को निवेश, लोन, पार्सल और विभिन्न स्कीम के जरिए ठगा जाता था। विदेश तक लोगों को फेक कॉल किए जा रहे थे। कई लोगों के अकाउंट डिटेल भी मिले हैं। विदेश तक के खातों में रुपयों का ट्रांसफर किया गया। कॉल सेंटर रोहनियां थाना क्षेत्र के अखरी में है।

पुलिस हवाला से जुड़े इस सेंटर का नेटवर्क खंगाल रही है। पुलिस के मुताबिक, 35 से अधिक डेस्कटॉप, लैपटॉप और मोबाइल बरामद हुए हैं। शहर के रहने वाले कॉल सेंटर के दो मैनेजरों के इशारे पर ठगी का काम चल रहा था। पुलिस दोनों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है।

नार्थ ईस्ट, कोलकाता के युवक कर रहे थे काम

डीसीपी प्रमोद कुमार ने बताया- कॉल सेंटर से साइबर धोखाधड़ी की जा रही थी। नार्थ ईस्ट, कोलकाता समेत शहर के युवक और युवतियों से काम कराया जा रहा था। कॉल सेंटर में दो मैनेजर थे। वही स्टाफ को डिटेल देते थे कि किसको कॉल करना है। उसके बाद लोगों को निवेश, लोन आदि के ऑफर दिए जाते थे। मामला दर्ज कर सभी को रोहनिया थाने में रखा गया है। इन लोगों से पूछताछ की जा रही है।

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