शेफाली वर्मा विमेंस प्लेयर ऑफ द मंथ बनीं:वर्ल्ड कप फाइनल में 87 रन बनाए थे; मेंस में साउथ अफ्रीका के साइमन हार्मर को अवॉर्ड

भारत को पहला विमेंस वर्ल्ड कप दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाली शेफाली वर्मा को ICC विमेंस प्लेयर ऑफ द मंथ चुना गया है। नवी मुंबई में खेले गए फाइनल में उन्होंने साउथ अफ्रीका के खिलाफ 78 गेंदों पर 87 रन की शानदार पारी खेली थी। यह विमेंस वर्ल्ड कप फाइनल में किसी भी भारतीय ओपनर का सबसे बड़ा स्कोर रहा।

बल्लेबाजी के साथ-साथ शेफाली ने गेंदबाजी में भी योगदान देते हुए 2 विकेट हासिल किए थे। उनकी इस ऑलराउंड परफॉर्मेंस की बदौलत भारत ने 7 विकेट पर 298 रन का मजबूत स्कोर खड़ा किया और फिर 52 रन से मैच जीतकर विमेंस वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम किया।

वहीं पुरुष वर्ग में यह सम्मान साउथ अफ्रीका के अनुभवी स्पिनर साइमन हार्मर को मिला। हार्मर ने भारत के खिलाफ हाल ही में खेली गई टेस्ट सीरीज में शानदार गेंदबाजी करते हुए सबसे ज्यादा 17 विकेट झटके थे।

प्रतिका रावल की जगह टीम में आई थी

शेफाली पहले वर्ल्ड कप के लिए चुनी गई भारतीय टीम का हिस्सा नहीं थी। उन्हें ओपनर प्रतिका रावल के बांग्लादेश के खिलाफ फील्डिंग करते समय चोटिल होने के बाद टीम में शामिल किया गया। 21 साल की शेफाली ने फाइनल में स्मृति मंधाना के साथ पहले विकेट के लिए 104 रन की अहम साझेदारी की और भारत की ऐतिहासिक जीत की नींव रखी। शेफाली ने इस अवॉर्ड की रेस में थाईलैंड की थिपाचा पुटथावोंग और यूएई की ईशा ओझा को पीछे छोड़ा।

अंत शानदार रहा- शेफाली

अवॉर्ड मिलने के बाद शेफाली ने कहा कि उनका पहला वर्ल्ड कप अनुभव उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा, लेकिन अंत उससे कहीं बेहतर रहा जिसकी उन्होंने कल्पना की थी। उन्होंने इस सम्मान को टीम, कोच, परिवार और अपने सभी सपोर्टर्स को समर्पित किया।

साइमन हार्मर मेंस प्लेयर ऑफ द मंथ

पुरुष वर्ग में साउथ अफ्रीका के स्पिनर साइमन हार्मर को ICC प्लेयर ऑफ द मंथ चुना गया। भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज में शानदार प्रदर्शन करते हुए हार्मर ने 17 विकेट झटके, उनका औसत 8.94 रहा। उनकी गेंदबाजी के दम पर साउथ अफ्रीका ने भारत में 25 साल बाद टेस्ट सीरीज जीतते हुए 2-0 से क्लीन स्वीप किया।

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