भाजपा के पूर्व विधायक ठाकुर संगीत सिंह सोम ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। देवबंद विधानसभा क्षेत्र के रणखंडी गांव में एक कथा कार्यक्रम के दौरान उन्होंने सपा और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा।
संगीत सोम ने कहा- यूपी में 2017 तक मुगल शासन रहा और उस दौर के आखिरी शासक अखिलेश यादव थे। अब वे कभी सत्ता में वापसी नहीं कर पाएंगे। उन्होंने सपा-कांग्रेस गठबंधन को ‘सांप-नेवले की दोस्ती’ बताते हुए कहा कि भाजपा तीसरी बार फिर प्रचंड बहुमत से सरकार बनाएगी।
मुगल शासन से भी बुरा था अखिलेश का दौर
पूर्व विधायक संगीत सिंह सोम ने कहा- अखिलेश यादव की सरकार का समय इतना खराब था कि ऐसा दौर तो मुगल शासन में भी नहीं आया। बहन-बेटियों को सड़कों से उठा लेना, किसानों को मार देना, बच्चों की हत्या कर देना… यह सब हमने झेला है। लेकिन आने वाली पीढ़ियों को ऐसा समय नहीं झेलना पड़ेगा। अखिलेश यादव उस मुगलकाल के आखिरी शासक थे और अब कभी शासक नहीं बनेंगे।
कांग्रेस और सपा का काम चोर-चोर मौसेरे भाई जैसा
संगीत सोम ने राहुल गांधी को आड़े हाथों लेते हुए कहा- कांग्रेस और सपा का काम चोर-चोर मौसेरे भाई जैसा है। अखिलेश ने प्रदेश को लूटा और कांग्रेस ने देश को। वोट चोरी का मुद्दा उठाने वाले राहुल गांधी खुद चोर हैं। कांग्रेस ने 60 साल में जनता का हक छीनकर घोटाले किए और देश को सड़क पर ला दिया।
भाजपा के आने से माफिया खत्म
उन्होंने कहा- यूपी कभी बीमार प्रदेश कहा जाता था, लेकिन भाजपा सरकार आने के बाद हालात बदल गए। आज बाहर से इन्वेस्टर आ रहे हैं। लोग अब डरते नहीं हैं। जितने माफिया थे, वे अल्ला मियां को प्यारे हो गए। कोई जेल में है, कोई मर चुका है और कोई प्रदेश छोड़कर भाग गया है।
राहुल-अखिलेश-तेजस्वी बोल रहे पाकिस्तान की भाषा
संगीत सोम ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा-राहुल गांधी, अखिलेश यादव और तेजस्वी यादव पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं। जिस तरह की बातें ये कर रहे हैं, यह 100% देश के बंटवारे और आतंकवाद की भाषा है। इन सबके कनेक्शन पाकिस्तान और वहां बैठे आकाओं से जरूर निकलेंगे। इसकी जांच होनी चाहिए।
दंगों में भाजपा कार्यकर्ताओं को टारगेट किया
2013 के दंगों का जिक्र करते हुए सोम ने कहा कि सपा सरकार में भाजपा कार्यकर्ताओं को चुन-चुनकर टारगेट किया गया और बहन-बेटियों के साथ शर्मनाक घटनाएं हुईं। उन्होंने चेतावनी दी कि सपा और कांग्रेस अपनी करनी का फल जरूर भुगतेंगी, क्योंकि उनकी गलतियां माफी योग्य नहीं हैं।
संगीत सोम ने दावा किया कि पंचायत चुनाव से लेकर विधानसभा चुनाव तक भाजपा हर बार प्रचंड बहुमत से जीत दर्ज करेगी। जनता सब जानती है और भाजपा को ही चुनेगी।
अब पढ़िए संगीत सोम के बारे में
बीजेपी के पूर्व विधायक संगीत सोम फायर ब्रांड नेता माने जाते हैं। 2012 और 2017 में सरधना से बीजेपी के विधायक रहे हैं, लेकिन 2022 में सपा नेता अतुल प्रधान से हार गए। इस हार के बाद से संगीत सोम लगातार विवादों में बने हुए हैं। वह कभी किसी अधिकारी को धमकाते हुए नजर आते हैं तो कभी अपनी ही पार्टी के नेता से जुबानी जंग करते हुए दिखते हैं।
संगीत सिंह सोम ने बसपा से अपने करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद बीजेपी, सपा और फिर बीजेपी में आ गए। मेरठ और मुजफ्फरनगर में राजपूत महापंचायत आयोजित करने की वजह से सोम बसपा नेताओं की नजर में आए थे।
मुजफ्फरनगर दंगों में शामिल रहा नाम
2013 में मुजफ्फरनगर में हुए दंगों में संगीत सोम का नाम शामिल रहा है। इसके लिए वो जेल भी जा चुके हैं। मुजफ्फरनगर दंगे के बाद पश्चिमी यूपी में संगीत सोम हिंदुत्व के पोस्टर ब्वॉय बनकर उभरे थे। इसके बाद भी उन्हें न ही मंत्री बनाया गया और न ही लोकसभा चुनाव में टिकट मिला।
संगीत सिर्फ विधायक तक ही सीमित रहे और 2022 के चुनाव हारने के पार्टी ने उन्हें विधान परिषद सदस्य तक नहीं बनाया और न ही राज्यसभा भेजा। बीजेपी ने पश्चिमी यूपी में संगीत सोम से कम रुतबा रखने वाले नेताओं को राजनीतिक अहमियत देकर आगे बढ़ाने का काम किया।