सीतापुर में बाघ ने एक युवती पर हमला कर दिया। मां के सामने उसे अपने जबड़ों में दबाकर झाड़ियों में लेकर ओझल हो गया। छह घंटों से युवती की तलाश की जा रही है।
युवती अपनी मां और छोटी बहन के साथ गुरुवार सुबह पांच बजे खेतों में गई थी। खेत में पहले से छिपे बाघ ने हमला कर दिया।
मां ने कहा-हमले से मैं डर गई। छोटी बेटी और हम भागे। मेरी आंखों के सामने बाघ कामिनी पर झपट्टा मारा और अपने जबड़ों में दबाकर झाड़ियों में खींच ले गया। हम चिल्लाते रहे।
हमारी आवाज सुनकर, गांव के लोग दौड़कर पहुंचे लेकिन तबतक बाघ भाग चुका था।
सूचना पर पुलिस और वन विभाग की टीम गांव में पहुंची। खेतों-झाड़ियों में युवती की तलाश शुरू हुई लेकिन कहीं पता नहीं चला।
छह घंटे से वन विभाग की टीम ड्रोन कैमरे से पूरे एरिया को सर्च कर रही है। घटना मछरेहटा थाना के राठौर पुरवा गांव की है।
अब जानिए पूरा घटनाक्रम
राठौर पुरवा की रहने वाले रामसरन की बेटी कामिनी (18) सुबह अपनी मां प्रेमा और छोटी बहन दामिनी के साथ खेतों की ओर गई थी। पहले से छिपे एक बाघ ने अचानक से हमला कर दिया। बाघ को देखकर मां और छोटी बहन भागे। बाघ ने कामिनी पर झपट्टा मारा।
उसे खींचते हुए झाड़ियों की ओर ले भागा। उधर, मां और छोटी बहन चिल्लाते हुए गांव के लोगों को सूचना दी। गांव के लोग पहुंचे। वन विभाग और पुलिस को सूचना दी गई।
गांव के लोगों के अलावा वन विभाग की टीम ने भी तलाश शुरू कर दी। लेकिन युवती का कहीं अता-पता नहीं चल सका है। सुबह से वन विभाग की टीम अपने ड्रोन कैमरे से पूरे एरिया को खंगाल रही। टीम बाघ के पदचिन्हों से भी ट्रेस करने का प्रयास कर रही।
मां बोली-मेरे सामने ही उठा ले गया, हम लोग डर के मारे भागे
युवती की मां प्रेमा ने बताया कि सुबह पांच बजे अपनी दोनों बेटियों के साथ सुबह खेत की ओर गई थी। बाघ झाड़ियों में छुपा था। उसने अचानक हमला किया। हमलोग डर के मारे भागे लेकिन कामिनी को वह खींच ले गया।
ग्रामीणों का कहना है कि बीते कुछ दिनों से क्षेत्र में बाघ दिख रहा था। वन विभाग के अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया।
एक हफ्ते पहले किसान पर किया था हमला
हरगांव वन रेंज क्षेत्र के भगवंतपुर गांव में 16 सितंबर की देर रात एक युवक पर बाघ ने हमला कर दिया था। युवक की कमर में बंधी तौलिया बाघ के पंजे में फंस गई और वह भाग निकला। इस घटना के बाद गांव में दहशत है।