हरियाणा में 5 हजार 200 स्कूल बसें जांच में अनफिट मिली हैं। प्रदेश में 11 नवंबर तक पुलिस ने 25 हजार से अधिक स्कूल बसों की चेकिंग की। इनमें 5 हजार 200 बसों में सुरक्षा मानकों का पालन नहीं किया गया है। इस पर पुलिस ने उनके चालान जारी किए गए हैं।
पुलिस महानिदेशक (DGP) ओपी सिंह ने सभी जिला पुलिस प्रमुखों को निर्देश दिए हैं कि जिन स्कूल बसों में फिटनेस, सुरक्षा उपकरण, वैध दस्तावेज या आवश्यक मानकों की कमी हो, उन्हें तुरंत इंपाउंड किया जाए। उन्होंने कहा कि बच्चों की सुरक्षा सर्वोपरि है और किसी भी प्रकार की चूक स्वीकार नहीं की जाएगी। अक्टूबर के पहले सप्ताह में चार असुरक्षित स्कूल बसों को पुलिस द्वारा इंपाउंड किया गया।
3 से 10 नवंबर में तेज हुआ अभियान
हरियाणा पुलिस के द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, 3 नवंबर से 10 नवंबर तक चलाए गए विशेष अभियान में राज्यभर में 5 हजार 516 स्कूल बसों की जांच की गई और 1,003 बसों पर चालान जारी किए गए। इस अवधि में चार बसों को असुरक्षित पाए जाने पर जब्त भी किया गया।
गुरुग्राम, सोनीपत, रेवाड़ी, करनाल, कुरुक्षेत्र और चरखी-दादरी जैसे जिलों में पुलिस टीमों ने विशेष रूप से गहन जांच अभियान चलाया और नियमों की अनदेखी पर तत्काल कार्रवाई की।
जनवरी से अक्टूबर तक 19,268 बसों की जांच हुई
जनवरी से अक्टूबर 2025 की अवधि में पुलिस ने प्रदेशभर में 19,268 स्कूल बसों की जांच की और 4,205 चालान जारी किए। यह आंकड़े दर्शाते हैं कि हरियाणा पुलिस स्कूल बस सुरक्षा को सालभर प्राथमिकता देती है और इसे एक नियमित, सतत और मिशन-स्तरीय गतिविधि के रूप में संचालित कर रही है।
स्कूल बस सुरक्षा मानकों पर DGP का सख्त संदेश
DGP ओपी सिंह ने कहा कि हर स्कूल बस में फायर एक्सटिंगिवीशर, फर्स्ट-एड बॉक्स, जीपीएस सिस्टम, आपातकालीन निकास, वैध फिटनेस सर्टिफिकेट और प्रशिक्षित चालक–परिचालक का होना अनिवार्य है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इन नियमों का पालन न करने पर चालान, इंपाउंडिंग और आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
हरियाणा पुलिस की अभिभावकों से अपील
हरियाणा पुलिस ने अभिभावकों से अपील की है कि वे अपने बच्चों की स्कूल बसों की स्थिति और सुरक्षा मानकों के प्रति जागरूक रहें और किसी भी गड़बड़ी की सूचना तुरंत पुलिस को दें। पुलिस ने आश्वस्त किया है कि यह अभियान आगे भी और अधिक सख्ती के साथ जारी रहेगा, ताकि प्रदेश की सभी स्कूल बसें सुरक्षित और विश्वसनीय बन सकें।