कई दिनाें से जारी मौसम की उठापटक के बीच शुक्रवार की रात बहादुरगढ़ में 30 एमएम बरसात के साथ आए तेज तूफान ने कई जगह तबाही मचाई। बिजली निगम कार्यालय के शिकायत केंद्र की छत गिर गई। इससे वहां पर काम कर रहे चार कर्मचारी पांच मिनट पहले ही आभास होने पर निकलकर शिव मंदिर में पहुंच गए। इससे चारों बच गए, लेकिन छत के मलबे से शिकायत केंद्र में रखा कंप्यूटर व अन्य सामान तहस-नहस हो गया।
उधर आंधी-तूफान में कई जगहों पर भारी-भरकम पेड़ उखड़ गए। तार टूटने से बिजली सप्लाई भी ठप हो गई। सुबह होते ही निगम का अमला व्यवस्था को दुरुस्त करने में जुट गया। तेज हवा और आंधी का दौर तो पिछले दो-दिनों में भी बारिश के साथ चला, मगर शुक्रवार की रात आया तूफान इस मौसम का सबसे तेज तूफान रहा। कृषि विभाग की ओर से सुबह आठ बजे बारिश की मात्रा 30 एमएम दर्ज की गई। विभाग के अधिकारी डा. देवराज ओहलाण ने बताया कि तूफान की गति काफी ज्यादा थी। इधर, प्रशासन द्वारा पूरे इलाके से रिपोर्ट ली जा रही है। किसी तरह की जनहानि की अभी सूचना नहीं है।
बिजली कर्मचारियों ने मनाया भोलेनाथ का शुक्र
रात को डेढ़ बजे बिजली निगम कार्यालय परिसर में बने शिकायत केंद्र में चार कर्मचारी थे। इनमें ऑपरेटर अभिषेक व नितिन जबकि लाइनमैन सतीश और राजकुमार ड्यूटी दे रहे थे। बारिश में शिकायत केंद्र की छत पहले से टपक रही थी। इससे तो सब खुद को बचाए हुए थे, मगर कुछ देर बार जब तेज तूफान आया तो अचानक छत से मलबा झड़ने लगा। यह देख चारों कर्मचारी वहां से निकलकर परिसर में ही बने शिव मंदिर में पहुंच गए। इसके कुछ ही मिनट बाद पूरी छत ही धड़ाम से नीचे आ गिरी। यह देख कर्मचारियों ने भोलेनाथ का शुक्र मनाया कि शायद उन्हें ऐन वक्त पर भगवान शिव ने ही बुला लिया। कुछ मिनट और वहां रहते तो पता नहीं क्या होता। इधर, छत के मलबे के नीचे शिकायत केंद्र का कंप्यूटर सेट, वाईफाई सेट, एक बेड और कुछ अन्य सामान टूट गया। इस हादसे के बाद सभी कर्मचारियों को सुरक्षित पाकर पूरे महकमे के जान में जान आई।