कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ जंग के लिए आगामी 31 मई तक दिल्ली में लॉकडाउन है। इस दौरान जरूरी सेवाओं के अलावा अन्य किसी सेवा को राहत नहीं मिली है। यहां तक कि दिल्ली-एनसीआर की लाइफलाइन दिल्ली मेट्रो भी बंद है। वहीं, दिल्ली की मुख्यमंत्री ने लॉकडाउन 31 मई तक बढ़ाने के साथ 1 जून से अनलॉक की भी बात कही थी। इसको लेकर दिल्ली के साथ एनसीआर के लोग भी उत्साहित है। माना जा रहा है कि सिर्फ दिल्ली ही नहीं, बल्कि हरियाणा और उत्तर प्रदेश की सरकार भी लॉकडाउन को पीछे छोड़ 1 जून से अनलॉक की प्रक्रिया शुरू करेंगीं।
गौरतलब है कि दिल्ली में लॉकडाउन एक सप्ताह के लिए और बढ़ा दिया गया है। अब यह 31 मई सुबह पांच बजे तक जारी है। इसकी घोषणा करते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अभी कोरोना से युद्ध खत्म नहीं हुआ। हालांकि अब कोरोना की ये लहर कमजोर होती नजर आ रही है। उन्होंने साफ किया कि अगर कोरोना के मामलों के घटने का सिलसिला अगले एक सप्ताह तक इसी तरह जारी रहा तो 31 मई से धीरे-धीरे अनलॉक की प्रक्रिया शुरू कर देंगे।
बता दें कि राजधानी दिल्ली में गत 19 अप्रैल को रात 10 बजे से लॉकडाउन लागू हुआ था, तब से पांच बार इसकी मियाद बढ़ाई जा चुकी है। अरविंद केजरीवाल ने रविवार को डिजिटल प्रेस वार्ता में कहा कि मौजूदा लॉकडाउन सोमवार सुबह पांच बजे खत्म हो रहा है। अब फिर से दिल्ली के लोगों ने लॉकडाउन बढ़ाने पर फैसला लिया है। यह फैसला जनता की राय पर लिया गया है। उन्होंने कहा कि अप्रैल में जब कोरोना की दूसरी लहर आई तो इसकी भयावहता को देखते पूरे देश में सबसे पहले हमने ही लाकडाउन लगाया।
हम कोरोना पर काबू पाने की कगार पर है
सीएम ने कहा कि हम कोरोना पर काबू पाने के करीब हैं। क्योंकि अप्रैल में कोरोना संक्रमण के मामले 28,000 तक पहुंच गए थे और उस समय संक्रमण दर 36 फीसद तक पहुंच गई थी। जबकि इस समय संक्रमण दर 2.5 फीसद है।
वैक्सीन के लिए हम विदेशी कंपनियों से भी कर रहे बात
सीएम ने कहा कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों की वजह से दिल्ली में आक्सीजन और आइसीयू बेड का संकट खड़ा हो गया था, लेकिन हमने केंद्र सरकार की मदद से इस पर काबू पा लिया है। हालांकि इस समय दिल्ली में कोरोना वैक्सीन को लेकर संकट चल रहा है और हम इससे भी निपट लेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार वैक्सीन खरीदने के लिए तैयार है, चाहे इसके लिए कितने भी पैसे क्यों न लग जाएं। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वैक्सीन की खरीद के लिए देश में मौजूदा कंपनियों से तो बात की ही जा रही है, विदेशी कंपनियों से भी संपर्क किया जा रहा है। अगर सभी को वैक्सीन लग गई तो हम तीसरी लहर से बच सकते हैं, वरना तीसरी लहर के प्रकोप से बचना मुश्किल हो जाएगा।