इजरायल ने मानवीय आधार पर सहायता के लिए दो सप्‍ताह बाद खोला गाजा क्रॉसिंग, जानें- नेतन्‍याहू ने क्‍या कहा

फलस्‍तीन के गाजा में हमास के साथ हुए इजरायल के सीजफायर के बाद इजरायल ने गाजा क्रॉसिंग को खोलने का फैसला लिया है। दो सप्‍ताह के अंदर ये पहला मौका है जब गाजा ने इस क्रांसिंग को खोला है। ये फैसला मानवीय आधार पर पीडि़त नागरिकों को सहायता पहुंचाने के लिए किया गया है। इजरायल ने अपने बयान में कहा है कि दो देशों के बीच सभी क्रॉसिंग पिछले दो सप्‍ताह से बंद थीं, जिनको अब खोला जा रहा है। बयान में ये भी कहा गया है कि येरूशल में हमास द्वारा रॉकेट दागे जाने के बाद दोनों के बीच लड़ाई की शुरुआत हुई थी जो करीब 11 दिन तक चली। आपको बता दें कि अंतरराष्‍ट्रीय दबाव के बाद इजरायल और हमास दोनों ही सीजफायर को राजी हुए थे।

शुक्रवार की सुबह को यहां से कुछ विदेशी पत्रकारों को और मानवीय आधार पर भेजी गई सहायता को यहां से क्रॉस करने की इजाजत दी गई थी। इसके जरिए हमले से प्रभावित इलाकों में पत्रकारों, सहायता सामग्री और राहतकर्मियों को जाने की इजाजत दी गई है। इस सहायता से इन हमलों में हताहत हुए नागरिकों को मदद की जा सकेगी। केरम शलोम क्रॉसिंग को भी इसी आधार पर खोला गया है। अलजीजारा के हवाले से एएनआई ने बताया कि है कि इजरायली पुलिस ने रविवार की रात को बताया था कि 9 मई के बाद से अब तक करीब 1550 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ये गिरफ्तारी सीमावर्ती इलाके में दो पक्षों के बीच शुरू हुई झड़प के बाद की गई थीं।

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्‍याहू ने शुक्रवार को दिए गए बयान में कहा था कि हमास को 11 दिनों तक चली लड़ाई में काफी नुकसान हुआ है। भविष्‍य में यदि उसने इजरायल पर फिर कोई रॉकेट हमला करने की सोची तो इजरायल अपनी पूरी सेना उसके खिलाफ उतार देगा। वहीं फलस्‍तीन के स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री का कहना है कि इजरायल के साथ हुई हमास की लड़ाई में करीब 277 फलस्‍तीनी नागरिकों की मौत हुई है। वहीं दूसरी तरफ 12 इजरायली भी इसमें मारे गए हैं। गौरतलब है कि 10 मई को इजरायल और हमास के बीच लड़ाई की शुरुआत हुई थी। ये शुरुआत गाजा आतंकियों द्वारा इजरायल पर हमला किए जाने के बाद शुरू हुई थी। इसके बाद इजरायल ने भी इसका करारा जवाब दिया था। जैसे को तैसा नीति को अपनाते हुए इजरायली लड़ाकू विमानों ने गाजा में जबरदस्‍त बमबारी की थी। इजरायल ने न सिर्फ हमास के ऑफिसों को निशाना बनाया बल्कि हमास से जुड़े बड़े नेताओं के घरों पर भी ताबड़तोड़ बम बरसाए थे।