चेन्नई सुपर किंग्स ने इंडियन प्रीमियर लीग के इतिहास में अब तक तीन खिताब अपने नाम किए हैं। साल 2010, 2011 और 2018 में चेन्नई की टीम ने आइपीएल टाइटल अपने नाम किया है। बात अगर साल 2011 के आइपीएल की करें तो उसका फाइनल मैच आज ही के दिन खेला गया था। 28 मई 2011 को खेले गए आइपीएल के चौथे सीजन के फाइनल मैच में एमएस धौनी की कप्तानी वाली चेन्नई सुपर किंग्स ने डैनियल विटोरी की कप्तानी वाली रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर यानी आरसीबी को बुरी तरह हराया था।
आज से ठीक एक दशक पहले खेले गए आइपीएल 2011 के फाइनल में चेन्नई की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए स्कोरबोर्ड पर 200 से ज्यादा रन लगा दिए थे। सीएसके की ओर से मुरली विजय ने 52 गेंदों में 4 चौके और 6 छक्कों की मदद से 95 रन की तूफानी पारी खेली थी, जबकि माइकल हसी ने 45 गेंदों पर 3 चौके और 3 छक्कों की मदद से 63 रन बनाए थे। 22 रन की पारी कप्तान एमएस धौनी ने भी खेली थी, जबकि अन्य कोई बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा पार नहीं कर सका था और टीम का स्कोर 205/5 था।
उधर, 206 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी आरसीबी की टीम 20 ओवर खेलने के बावजूद 8 विकेट खोकर 147 रन बना सकी और मुकाबला 58 रन के विशाल अंतर से हार गई। इस मैच में बैंगलोर की ओर से सौरभ तिवारी ने 42 रन, विराट कोहली ने 35 रन और जहीर खान ने 21 रन बनाए थे। हालांकि, सभी बल्लेबाजों की पारियां धीमी रहीं, जिसके कारण टीम को हार का सामना करना पड़ा। ये मुकाबला चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में खेला गया था, जहां पिच दूसरी पारी के दौरान धीमी होती चली जाती है। ऐसा ही आरसीबी के साथ भी हुआ था।