प्रदेश कांग्रेस पार्टी में एक सप्ताह से पेश आ रहे राजनीतिक घटनाक्रम के बाद सियासी पारा चढ़ गया है। होॄडग विवाद के बाद वीरभद्र धड़ा एकदम सक्रिय हो गया है। इस धड़े के कोर ग्रुप की दो रोज पूर्व ऊना जिला में बैठक हुई थी। जबकि वीरवार को शिमला में डिनर का आयोजन किया गया। शिमला में मुकेश अग्निहोत्री के घर डिनर के टेबल पर सियासी मंथन हुआ।
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री, वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री आशा कुमारी और एआइसीसी सचिव एवं पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा सहित वीरभद्र सिंह के पुत्र और शिमला ग्रामीण से विधायक विक्रमादित्य सिंह डिनर में मौजूद रहे।
डिनर तो महज एक बहाना था, दरअसल वीरभद्र सिंह धड़ा आगामी उपचुनाव और अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर अभी से सक्रियता बढ़ाना चाहता है। इसी के लिए ऊना के बाद शिमला में बैठक की गई। बैठक के बहाने प्रदेश के हर विधानसभा क्षेत्र में इस धड़े से समॢथत जितने भी विधायक, नेता और कार्यकर्ता हैं उन्हेंं सक्रिय करना है।
बैठक में मौजूद नेताओं के मुताबिक आने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को सत्ता में लाने के लिए अभी से काम करना होगा। इसके लिए जरूरी है कि आपसी मतभेद भुलाकर एकजुट हों। नेतृत्व की बात को बैठक में शामिल नेता पूरी तरह नाकार रहे हैं। राजनीतिक पंडित पार्टी के एक धड़े की बैठक को पार्टी में नेतृत्व की जंग से जोड़कर देख रहे हैं। राजनीतिक गलियारों में डिनर को लेकर खासी चर्चाएं हैं। कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर इस डिनर में नहीं थे। राठौर भी वीरभद्र सिंह के धड़े से ही संबंध रखते हैं। ऐसे में उनकी अनुपस्थिति को लेकर भी खासी चर्चाएं है।
पार्टी हाईकमान भी ले रहा फीडबैक
फतेहपुर विधानसभा और मंडी संसदीय सीट पर उपचुनाव होना है। इससे पहले कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेताओं के सक्रिय होने से नेतृत्व की अटकलों की चर्चा और तेज हो गई है। कांग्रेस में अंदरखाते चल रही राजनीतिक गतिविधियों का पार्टी हाईकमान भी पूरा फीडबैक ले रहा है।