ओलंपियन सुशील कुमार को मिलेगा पहलवानों वाला खाना या दिल्ली की कोर्ट ठुकराएगी याचिका, फैसला आज

जूनियर पहलवान सागर धनखड़ की हत्या के मामले में आरोपित ओलंपियन सुशील को जेल में विशेष भोजन और स्पलिमेंट मिलेगा या नहीं, इस पर अदालत बुधवार को अपना फैसला सुनाएगी। इससे पहले मंगलवार को दोनों पक्षों की तरफ से लंबी बहस के बाद अदालत ने फैसला सुरक्षित रख लिया था। सुशील की तरफ से अदालत को बताया कि गया कि उसका पूरा करिअर रेस्लिंग पर निर्भर है। इस प्रोफेशन में बने रहने के लिए ताकतवर शरीर की जरुरत है और ऐसे में विशेष भोजन और सप्लीमेंट बेहद जरूरी हैं। व्यायाम से पहले और बाद में शरीर को विशेष तरह के प्रोटीन और दवाओं की जरूरत होती है। ऐसे में उसकी इस मांग को पूरा किया जाए। ताकि जेल में रहकर उसका शरीर खराब न हो जाए। सुशील दूसरे युवा पहलवान की हत्या, किडनै¨पग और जानलेवा हमले के आरोप में मंडोली जेल में बंद है।  सुशील का कहना है कि उनका पेट अन्य कैदियों को मिलने वाली खुराक से नहीं भरने वाला। उन्हें कुछ एक्स्ट्रा प्रोटीन और अधिक खाना चाहिए होता है।

वहीं, मंडोली जेल प्रशासन के मुताबिक, फिलहाल पहलवान सुशील कुमार को बाकी कैदियों तरह ही डाइट अथवा खाना मिल रहा है। बता दें कि फिलहाल दिल्ली की अति सुरक्षित जेल मंडोली में करीब 16 हजार कैदी हैं। उन्‍हें रोज दो वक्‍त 8-10 रोटियां दी जाती हैं। मांगने पर 2-3 रोटी एक्‍स्‍ट्रा मिलती हैं। दाल, सब्‍जी, चावल भी कैदियों को दिया जाता है। सुशील को भी यही खाना दिया जा रहा है।

आरोप है कि 4-5 मई की रात को दिल्ली के छत्रसाल स्टेडयिम परिसर में सुशील कुमार और उसके साथियों ने पीट-पीटकर मार डाला। इसमें किसी फ्लैट का विवाद सामने आया था, लेकिन पुलिस दूसरे एंगल से भी मामले  की जांच कर रही है।