कानपुर में मंगलवार की रात बेहद अमंगलकारी साबित हो गई। कानपुर नगर के सचेंडी थाने के पास कानपुर-इटावा हाईवे पर गदनखेड़ा गांव के सामने बेकाबू बस गलत दिशा से आ रही टेंपो को रौंदती हुई गड्ढे में पलट गई। दोनों गाड़ियों में क्षमता से अधिक सवारियां भरी थीं। मंगलवार रात करीब सवा आठ बजे हुए हादसे में 17 लोगों की मौत हो गई, जबकि लगभग 18 लोग घायल हो गए। इनमें से चार की हालत गंभीर है। मृतक लाल्हेपुर और ईश्वरीगंज के रहने वाले थे। हादसे के बाद बस के चालक और कंडक्टर दोनों भाग निकले। देर रात कई वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गए।
कल्पना ट्रैवल्स की 42 सीटर बस करीब 120 सवारियां लेकर गुजरात के अहमदाबाद के लिए शाम साढ़े पांच बजे फजलगंज से चली थी। बाराबंकी निवासी राजकुमार, विनोद, सर्वेश और गोंडा के शीलू ने बताया कि बस चालक ने विजय नगर स्थित पंप पर डीजल भराते वक्त ही शराब पी ली थी। उन लोगों ने इसका विरोध किया और ट्रैवल्स कंपनी के नंबर पर फोन पर इसकी जानकारी दी। इस पर बात करने वाले ने परेशान न होने की बात कहकर टाल दिया। कुछ ही किलोमीटर चलने के बाद इटावा की ओर सचेंडी थाने से डेढ़ किलोमीटर आगे गदनखेड़ा गांव के पास अचानक बेकाबू हुई बस ने सामने से आ रहे सवारियों से भरे टेंपो में जोरदार टक्कर मारी दी। इससे टेंपो फुटपाथ की ओर जाकर पलट गया और उसके परखचे उड़ गए। वहीं, टक्कर मारने के बाद अनियंत्रित हुई बस भी हाईवे किनारे गड्ढे में पलट गई।
इस दुर्घटना की सूचना पर आईजी मोहित अग्रवाल, एसपी आउटर अष्टभुजा प्रसाद सहित उच्चाधिकारी मौके पर हैं। घायलों को एलएलआर (हैलट) अस्पताल भेजा गया है। यहां के लाला लाजपत अस्पताल में 21 लोगों को लाया गया है। इन सभी में 17 की मौत हो गई है, जबकि चार की हालत बेहद गंभीर हैं। कानपुर के कल्पना ट्रैवल्स की 42 सीटर बस करीब 120 सवारियां लेकर गुजरात के अहमदाबाद के लिए शाम साढ़े पांच बजे फजलगंज से चली थी। बाराबंकी निवासी राजकुमार, विनोद, सर्वेश और गोंडा के शीलू ने बताया कि बस चालक ने विजय नगर में एक पेट्रोल पंप पर डीजल भराते वक्त ही शराब पी ली थी। उन लोगों ने इसका विरोध किया और ट्रैवल्स कंपनी के नंबर पर फोन पर इसकी जानकारी दी। इस पर बात करने वाले ने परेशान न होने की बात कहकर टाल दिया।
इस प्रकरण के कुछ ही किलोमीटर चलने के बाद इटावा की ओर सचेंडी थाने से करीब डेढ़ किलोमीटर आगे गदनखेड़ा गांव के पास अचानक बेकाबू हुई बस ने सामने से आ रहे सवारियों से भरे टेंपो में जोरदार टक्कर मारी दी। इससे टेंपो फुटपाथ की ओर जाकर पलट गया और उसके परखचे उड़ गए। टेंपो को टक्कर मारने के बाद अनियंत्रित हुई बस भी हाईवे किनारे खंती में पलट गई। टेंपो में 20-22 लोग सवार थे। हादसे के बाद राहगीरों की भीड़ जुटी और कंट्रोल रूम को सूचना दी गई। आनन-फानन में पुलिस घटनास्थल पहुंची और ग्रामीणों की मदद से बस और टेंपो में फंसे लोगों को बाहर निकालने का काम शुरू किया। आइजी मोहित अग्रवाल, एसपी आउटर अष्टभुजा प्रसाद समेत कई आला अफसर घटनास्थल पहुंचे और हालात का जायजा लिया। इसके बाद आनन-फानन गंभीर घायलों को लोडर से एलएलआर अस्पताल (हैलट) पहुंचाया गया। जहां सभी को डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। मृतकों में ज्यादातर टेंपो सवार थे। यह लोग गांव से किसाननगर स्थित बिस्किट फैक्ट्री में काम करने जा रहे थे। हादसे के बाद हाईवे की एक लेन पर यातायात पूरी तरह से बाधित हो गया।
टेंपो सवा अधिकांश मृतक
आइजी कानपुर जोन, मोहित अग्रवाल ने बताया कि इस हादसे ज्यादातर टेंपो सवार लोगों की मौत हुई है। उसमें करीब 21 सवारियां बैठी थीं। सभी बिस्किट कंपनी के कर्मचारी थे और नाइट शिफ्ट में काम करने जा रहे थे। टेंपो सवारों के ईश्वरीगंज और लाल्हेपुर गांव के निवासी होने की जानकारी हुई है।
बस तथा टेंपों में क्षमता से अधिक सवारियां
ट्रैवल्स एजेंसी की 42 सीटर बस में लगभग 120 यात्री बैठाए गए थे। वहीं विपरीत दिशा से आ रही टेंपो में भी क्षमता से तीन गुना सवारियां थीं। टेंपो गलत दिशा से आ रहा था। शराब के नशे में चालक बस को अनियंत्रित रफ्तार में भगा रहा था।