सफेद रंग सुकून ही नहीं, गर्मी से राहत भी देता है। एक अध्ययन के मुताबिक, बेरियम सल्फेट से बना खास पेंट किसी मकान के तापमान को बाहर के मुकाबले पांच डिग्री सेल्सियस तक कम करने में सक्षम है। इस तरह के पेंट के इस्तेमाल से शहरों में एसी पर निर्भरता कम करते हुए गर्मी से राहत का रास्ता निकाला जा सकता है।
प्रकृति से भी बहुत कुछ सीखने की जरूरत
जानकारों का कहना है कि बेरियम सल्फेट के लिए बेराइट अयस्क की खुदाई भी किसी चुनौती से कम नहीं है। ऐसे में प्रकृति से सीख लेकर भी ऐसे सफेद पेंट बनाने का तरीका खोजा सकता है। बहुत से जानवरों के बाल और पंख सफेद रंग के होते हैं। इनके सफेद होने के पीछे की प्रक्रिया से सीखकर नए और ज्यादा प्रभावी पेंट बनाना संभव है। उदाहरण के तौर पर नैनो स्ट्रक्चर वाले रिसाइकिल्ड प्लास्टिक से भी खास पेंट बनाया जा सकता है।
क्या है रंग और तापमान के बीच का संबंध?
सफेद रंग की सतह सूर्य के प्रकाश को अवशोषित नहीं करती, बल्कि उसे वापस अंतरिक्ष में भेज देती है। बेरियम सल्फेट वाले पेंट में यह क्षमता और ज्यादा पाई गई है। यह प्रकाश को ऐसी वेवलेंग्थ पर वापस भेजता है, जिससे वह वायुमंडल में रुकने के बजाय सीधे बाहर निकल जाता है। ऐसे में गर्म क्षेत्रों और शहरों में इस पेंट के इस्तेमाल से एयर कंडीशनर पर निर्भरता कम की जा सकती है।
बड़े काम की चीज है सफेदी
बर्फीले क्षेत्रों से लेकर उड़ते सफेद बादल सतरंगी प्रकृति के बीच सादगी का एहसास ही नहीं कराते हैं, बल्कि बहुत खास भूमिका भी निभाते हैं। यह भूमिका है सूरज की किरणों को वापस भेजना और धरती के तापमान को संतुलित रखना। यह सफेदी औसत वैश्विक तापमान को नियंत्रित करने में बड़ी भूमिका निभाती है। अगर यह न होती तो दुनिया का औसत तापमान 30 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता, जो अभी 15 डिग्री के आसपास है।