PNB Housing Finance में अमेरिका की निजी इक्विटी कंपनी Carlyle और अन्य की ओर से 4,000 करोड़ रुपये के निवेश पर भारतीय रिजर्व बैंक के साथ ही पूंजी बाजार नियामक सेबी की नजर है। दोनों नियामक इस निवेश को लेकर विभिन्न नियामकीय मुद्दों को देख रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, अल्पांश शेयरधारकों, कार्पोरेट संचालन और अन्य नियामकीय पहलुओं की दृष्टि से रिजर्व बैंक और भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) इस पर गौर कर रहे हैं। पिछले महीने ही इसके निदेशक मंडल ने कारलायले समूह कंपनियों और अन्य कंपनियों को तरजीही शेयर और परिवर्तनीय वारंट जारी कर 4,000 करोड़ रुपये तक जुटाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है।
उल्लेखनीय है कि पीएनबी राइट इश्यू के जरिये पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस में पूंजी डालना चाह रहा था, लेकिन रिजर्व बैंक ने इस साल की शुरुआत में पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के अपनी इस अनुषंगी में पूंजी डालने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया था। बैंक की वित्तीय स्थिति को ध्यान में रखते हुये आरबीआई ने अनुमति नहीं दी।
पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस की कारलायले और अन्य के साथ प्रस्तावित निवेश प्रस्ताव पर इस माह की शुरुआत में पीएनबी के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ एस एस मल्लिकार्जुन राव ने कहा था कि बैंक न तो कोई निवेश कर रहा है और न ही अपनी हिस्सेदारी को बेच रहा है, लेकिन अन्य स्रोतों से होने वाले निवेश से उसकी हिस्सेदारी घटकर 21 प्रतिशत के आसपास आ सकती है। पीएनबी की मौजूदा समय में एक प्रवर्तक के तौर पर पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस में हिस्सेदारी 32.64 प्रतिशत है।
बता दें कि कारलाइल समूह और अन्य कंपनियों ने सोमवार को पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस में 26 प्रतिशत इक्विटी अधिग्रहण के लिये सात करोड़ से अधिक शेयरों को खरीदने के लिये एक ‘‘मसौदा पेशकश पत्र’’ जारी किया है। यह पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस में तरजीही इश्यू के जरिये 4,000 करोड़ रुपये का निवेश करने के प्रस्ताव का हिस्सा है।