भारत और न्यूजीलैंड के बीच इसी महीने की 18 तारीख से आइसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मैच खेला जाना है। इस मैच के बाद यह फैसला हो जाएगा कि टेस्ट के वर्ल्ड कप माने जा रहे इस टूर्नामेंट का विजेता कौन होगा। आइसीसी ने पहली बार इस टूर्नामेंट का आयोजन किया है। विजेता का फैसला एक मैच से किए जाने पर कई दिग्गजों ने सवाल उठाए थे। भारतीय टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री ने भी विजेता का फैसला बेस्ट ऑफ थ्री से किए जाने की बात कही थी।
क्रिकेट की वैश्विक संस्था आइसीसी ने सोमवार को कहा कि व्यस्त कैलेंडर में विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) का बेस्ट आफ थ्री फाइनल (तीन मैचों का फाइनल) कराना उचित विचार नहीं था।भारतीय टीम के कोच रवि शास्त्री ने कहा था कि डब्ल्यूटीसी के दो साल के चक्र के अंत में विजेता का फैसला करने के लिए बेस्ट आफ थ्री फाइनल एक आदर्श तरीका होता। आइसीसी के कार्यकारी सीईओ ज्योफ अलार्डिस ने कहा कि यह सिर्फ आदर्श स्थिति में संभव होगा।
अलार्डिस ने वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट कार्यक्रम की वास्तविकता यह है कि हमारे पास वह महीना नहीं होगा, जिसमें फाइनल के लिए टूर्नामेंट की सभी टीमों को एक महीने के लिए रोक दिया जाए। यही वजह है कि एक मैच का फाइनल तय किया गया।’टी-20 और 50 ओवर के विश्व कप की सफलता के बाद पांच दिन के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की सर्वोच्च प्रतिस्पर्धा के रूप में 2019 में डब्ल्यूटीसी को लांच किया गया था। डब्ल्यूटीसी फाइनल में शीर्ष दो स्थानों के लिए भारत और न्यूजीलैंड के जगह बनाने से पहले आस्ट्रेलिया और इंग्लैंड इसके लिए दौड़ में थे।
अलार्डिस ने क्वालीफिकेशन प्रक्रिया को लेकर कहा, ‘जिस तरह से यह खेला गया उससे हम वाकई खुश हैं। यह निश्चित था कि कुछ चुनिंदा सीरीज में रुचि सिर्फ दो टीमों तक ही सीमित नहीं थी। पूरे क्रिकेट जगत ने इसमें रुचि ली और मुझे लगता है कि इस तरह के संदर्भ को टेस्ट क्रिकेट में लाना एक वास्तविक कदम है।’
आइसीसी ने इस साल के फाइनल के लिए कन्कशन स्थानापन्न की तरह कोविड-19 स्थानापन्न को भी मंजूरी दी है, जिसे पिछले साल शुरू किया गया था।