राजधानी दिल्ली में अक्षरधाम मंदिर एनएच-नौ से यूपी बॉर्डर तक दिल्ली-सहारनपुर राष्ट्रीय राजमार्ग 709बी का निर्माण कार्य शुरू होने में देरी होगी। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) ने इस हिस्से के लिए किया गया टेंडर निरस्त कर दिया है। अब दोबारा से टेंडर प्रक्रिया शुरू की जा रही है, जिसे पूरा होने में कम से कम दो माह का वक्त लगेगा। वहीं, इसके बनने से सहारनपुर, हरिद्वार और देहरादून जाना आसान हो जाएगा।
भारतमाला परियोजना के तहत दिल्ली से सहारनपुर तक राष्ट्रीय राजमार्ग 709बी की लंबाई 155 किलोमीटर प्रस्तावित है। यूपी बॉर्डर से सहारनपुर तक 140.55 किलोमीटर राजमार्ग का निर्माण कार्य तीन चरणों में चल रहा है, लेकिन अक्षरधाम मंदिर एनएच-नौ से गीता कॉलोनी, शास्त्रीपार्क, खजूरी खास होते हुए यूपी बॉर्डर तक 14.45 किलोमीटर का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है। इस हिस्से का अधिकांश भाग एलिवेटेड बनना है।
बता दें कि एनएचएआइ ने इस वर्ष के शुरुआत में इस हिस्से के निर्माण का ठेका एक कंपनी को दिया था। कंपनी के साथ हुई तकनीकी दिक्कतों के चलते एनएचएआइ ने उसको दिया टेंडर निरस्त कर दिया है। यही नहीं नए सिरे से टेंडर प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। जिसमें 13 कंपनियों ने आवेदन किया है। इन कंपनियों के टेंडर की तकनीकी और वित्तीय जांच होगी। उसके बाद ही किसी एक कंपनी को ठेका दिया जाएगा। इस हिस्से की अनुमानित लागत 1375.56 करोड़ रुपये है।
तय लक्ष्य में काम पूरा होना मुश्किल
इस राजमार्ग का वर्ष 2022 के मध्य तक निर्माण पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था। जिस तरह से निर्माण कार्य शुरू होने में देरी हो रही है, उसे देखते हुए इसका काम तय समय सीमा में पूरा हो पाना मुश्किल लग रहा है। यह राजमार्ग उत्तर-पूर्वी दिल्ली के लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इसके बनने से उत्तर-पूर्वी दिल्ली में जाम की समस्या काफी हद तक कम हो जाएगी।
जीटी रोड पर फ्लाईओवर से जोड़ा जाएगा राजमार्ग
यह राजमार्ग जीटी रोड पर शास्त्री पार्क में बने नए फ्लाईओवर के ऊपर से जाएगा। वहां से फ्लाईओवर से लूप के जरिये इसे जोड़ा जाएगा। ताकि फ्लाईओवर से वाहन सहारनपुर जाने के लिए आसानी से रुख कर सकें।
रविंद्र (जीएम, भारतमाला परियोजना, एनएचएआइ) राष्ट्रीय राजमार्ग 709बी के अक्षरधाम मंदिर एनएच-नौ से यूपी बॉर्डर तक के हिस्से का निर्माण करने के लिए पहले किया गया टेंडर निरस्त कर दिया गया है। इसके लिए दोबारा से टेंडर प्रक्रिया शुरू की जा रही है। कोशिश की जाएगी कि निर्धारित समय में इसे पूरा कर लिया जाए।