20 साल की आयु में ही कुबूल किया था इस्लाम, जानिए कौन सी पढ़ाई के नाम पर उमर दिल्ली से चला रहा था मतांतरण का खेल

मतांतरण के आरोप में उत्तर प्रदेश एटीएस द्वारा गिरफ्तार किया गया मोहम्मद उमर गौतम दिल्ली में दीन की पढ़ाई के नाम पर मतांतरण का खेल चला रहा था। वह इस्लामिक दवाह सेंटर (आइडीसी) इंडिया के नाम पर संस्था चलाता है। उसका दावा है कि यहां पर कुरान और उर्दू की शिक्षा दी जाती है। हालांकि यूपी पुलिस का आरोप है कि शिक्षा की आड़ में यहां कम उम्र के लड़के-लड़कियों को इस्लाम कुबूल करने के लिए प्रेरित किया जाता है। आरोपित जामिया नगर के जोगाबाइ एक्सटेंशन इलाके में स्थित नूह मस्जिद से सटी एक इमारत में मदरसे के तौर पर यह संस्था चलाता था।

गाजियाबाद, नोएडा समेत यूपी के अलग-अलग हिस्सों गरीब गैर मुस्लिमों का मतांतरण करने वाले उमर को यूपी एटीएस ने गिरफ्तार किया है। उमर गौतम के पड़ोसी यासीन ने बताया कि उमर कई सालों से यहां बच्चों को उर्दू और इस्लामिक शिक्षा देता था। वह लोगों को नमाज पढ़ने के लिए प्रेरित करता था। हालांकि स्थानीय लोगों ने बताया कि उन्हें यह नहीं पता था कि उमर गौतम लोगों का मतांतरण करवाता था।

इंटरनेट मीडिया से नए बच्चों को बनाते थे शिकार

इस्लामिक दवाह सेंटर के फेसबुक पेज पर कुरान से संबंधित बातें हैं। वहीं, हिंदू धर्म की गलत तरीके से व्याख्या कर उसे इस्लाम से जोड़कर वीडियो और अपने मोटिवेशनल व्याख्यान प्रसारित करता है। उमर अपने वीडियोज में और इंस्टाग्राम पेज पर खुद को पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह का रिश्तेदार बताता है। हालांकि इंस्टाग्राम पेज पर कोई पोस्ट नहीं दिखाई देती है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, इस्लामिक दवाह सेंटर से छह अन्य लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। हिरासत में लिए गए लोगों से पुलिस पूछताछ कर रही है। आशंका है कि नए युवक-युवतियों का मतांतरण करने में भी यह लोग उमर गौतम का सहयोग करते थे। उमर गौतम को आसपास के लोग इस्लामिक विद्वान के तौर पर पहचानते हैं। उमर यूरोप समेत अलग-अलग देशों में जाकर इस्लाम का प्रचार और प्रसार करता था। जहांगीर उसकी इस काम में मदद करता था।